प्रतीक सिंह / दिल्ली : झारखंड से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में कोहराम मचा हुआ है। सच ही कहा गया है कि ,राजनीति में कोई किसी का दोस्त और दुश्मन नहीं होता। कोई सागा अपना और पराया नहीं होता। राजनीतिक वह पगडंडी रास्ते हैं, जहां पैर फिसलते ही हर जख्म मिलने लगते हैं। जरा सोचिए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन जब दिल्ली में देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे ,उस दौरान झारखंड के दो अफिसर उनकी रेकी कर रहे थे ,क्या थी मकसद, यह तो अब दिल्ली पुलिस की थाने में हो रही, पूछताछ के बाद ही खुलासे होंगे, कि पर्दे के पीछे के सच क्या है! कौन इनके पीछे हैं, उनकी क्या मकसद थी। पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की रेकी मामले ने पूरे झारखंड से लेकर दिल्ली तक तहलका मचा कर रख दिया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने झारखंड पुलिस और राज्य सरकार पर इसे लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने खुलासा किया कि चंपई सोरेन की रेकी की जा रही थी, और उनकी गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही थी। जो राजनीतिक दृष्टिकोण से भविष्य के राजनीति के लिए एक अशुभ संकेत माने जा रहे हैं। हिमंता सरमा के अनुसार जब चंपई सोरेन रांची से कोलकाता और फिर दिल्ली की यात्रा कर रहे थे, तो उनकी हर गतिविधि पर नज़र रखी गई। यहां तक कि वही फ्लाइट से दो संदिग्ध लोग भी उनके साथ थे, जो ताज होटल में उनके बगल के कमरे में ठहरे हुए थे। इन लोगों का उद्देश्य सोरेन की गतिविधियों और मुलाकातों की जानकारी जुटाकर झारखंड सरकार तक पहुँचाना था। दिल्ली में उनकी संदिग्ध गतिविधियों को देखकर दिल्ली पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
पूछताछ के दौरान, जांच में यह पता चला कि वे झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच के दरोगा है। चंपई सोरेन ने इस मामले में एक एफआईआर दर्ज कराई है, और अब पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि यह उनकी निजी स्वतंत्रता का उल्लंघन है और शायद देश में पहली बार ऐसा मामला सामने आया है। जहां एक पूर्व मुख्यमंत्री की इस तरह से रेकी की जा रही है। इस पूरे मामले को चंपई सोरेन ने गंभीरता से लेते हुए, राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें, इस पूरी मामले को विस्तार से जानकारी देने की बात कही है। देखना अब यह है कि इस पूरे मामले में जांच के बाद क्या खुलासे होते हैं, यह तो आने वाला अब वक्त ही बताएगा।