मकर संक्रांति आज घरवासडीह मठ(रोहतास)का उतराधिकारी स्वामी केशवाचार्य जी महाराज।

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रांची बिहार झारखंड  : मकर संक्रांति 15जनवरी 2024को मनाएं उक्त बातें घरवासडीह मठ(रोहतास)के उतराधिकारी स्वामी केशवाचार्य जी महाराज जी ने कहा।

मकर संक्रांति पर्व का ज्योतिष से संबंध और राशियों पर प्रभाव मकर संक्रांति पर सूर्य उत्तरायण होता है. इसलिए इस समय किए गए जाप और दान का फल अनंत होता है. इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी महाराज जी ने कहा– कि सूर्य का किसी राशि विशेष पर भ्रमण करना संक्रांति कहलाता है. सूर्य हर माह में राशि का परिवर्तन करता है, इसलिए कुल मिलाकर वर्ष में बारह संक्रांतियां होती हैं. लेकिन इमें से दो संक्रांतियां सर्वाधिक महत्वपूर्ण होती हैं- स्वामी जी ने कहा कि — मकर संक्रांति और कर्क संक्रांति. सूर्य जब मकर राशि में जाता है तब मकर संक्रांति होती है. मकर संक्रांति से अग्नि तत्व की शुरुआत होती है और कर्क संक्रांति से जल तत्व की. मकर संक्रांति पर सूर्य उत्तरायण होता है. इसलिए इस समय किए गए जाप और दान का फल अनंत होता है. मकर संक्रांति आज है. महाराज जी ने कहा कि– मकर संक्रांति का ज्योतिष से संबंध सूर्य और शनि का संबंध इस पर्व से होने के कारण यह काफी महत्वपूर्ण है. कहते हैं इसी त्योहार पर सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलने के लिए आते हैं. आमतौर पर शुक्र का उदय भी लगभग इसी समय होता है. इसलिए यहां से शुभ कार्यों की शुरुआत होती है. अगर कुंडली में सूर्य या शनि की स्थिति खराब हो तो इस पर्व पर विशेष तरह की पूजा से उसको ठीक कर सकते हैं.

स्वामी जी ने कहा कि —

मकर संक्रांति पर पहली होरा में स्नान करें. सूर्य को अर्घ्य दें. श्रीमदभागवद के एक अध्याय का पाठ करें या गीता का पाठ करें. नए अन्न, कम्बल और घी का दान करें. भोजन में नए अन्न की खिचड़ी बनाएं. भोजन भगवान को समर्पित करके प्रसाद रूप से ग्रहण करें.

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