सिद्धार्थ पाण्डेय : उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बहदा के जर्जर स्कूल भवन में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक परेशान व चिंतित हैं। विद्यालय का पुराना भवन पहले ही टूट चुका है। वर्षों पहले जो नया भवन बना था वह भी अब पूरी तरह से जर्जर हो गया है। स्कूल भवन का दरवाजा, खिड़की भी टूट चुकी है। भवन का प्लास्टर व दीवार टूटकर बच्चों के ऊपर कब गिर जाये कहा नहीं जा सकता है। इसी समस्या को लेकर बहदा के ग्रामीणों की बैठक मुंडा रोया सिद्धू की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक बासुदेव उरांव, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मछुवा चाम्पिया भी उपस्थित थे। मुंडा व ग्रामीणों ने शिक्षक से पूछा कि हम अपने बच्चों को पढ़ने के लिए आपके स्कूल में भेजते हैं। स्कूल का जर्जर भवन टूटने से अगर हमारे किसी बच्चे को कोई नुकसान पहुंचा तो इसके लिये जिम्मेदार कौन होगा। शिक्षक ने कहा कि इस मामले को लेकर शिक्षा व संबंधित विभाग को लिखित जानकारी देकर समस्या का समाधान की मांग की जायेगी। इस दौरान मुंडा के साथ ग्रामीणों ने जर्जर स्कूल भवन का निरीक्षण भी किया। इस समस्या का समाधान जल्द कराने की मांग की। मौके पर पूर्व वार्ड सदस्य कामेश्वर माझी, उबुगा सिद्धू, सोमवार चाम्पिया, मिरजू चाम्पिया, सनरती चाम्पिया, दुला चाम्पिया, मंगल माझी एवं अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
शिक्षा विभाग के उदासीनता के कारण कभी भी घट सकती है, बहदा गांव के स्कूल मे बड़ी घटना ,जिसे लेकर ग्रामीण चिंतित।
- By A K Mishra
- December 15, 2023
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