जमशेदपुर : 11 साल पूर्व पिता का हत्या का बदला रोहित दीक्षित ने संतोष सिंह की हत्या कर लेने का उद्वेदन जिला पुलिस ने किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एसएसपी किशोर कौशल ने जानकारी दी की 11 सितंबर 2014 को पशुपतिनाथ दीक्षित की मृतक संतोष सिंह ने अपराधियों के साथ मिलकर कर दी थी। उसके बाद से ही रोहित दीक्षित अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए प्रण ले लिया और 11 वर्ष तक मौके की तलाश में रहा, इस बीच हत्या की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली थी। इसके बाद 19 जनवरी के देर शाम मानगो गुरुद्वारा रोड चनाचूर फैक्ट्री के पास संतोष सिंह को खदेड़ते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी। इस हत्याकांड में शामिल अपराधकर्मी रौनक सिंह को दिल्ली से और निखिल सिंह को मानगो थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर 27 जनवरी को जेल भेज दिया था।
लेकिन मुख्य अभियुक्त सहित उसमें शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी का प्रयास टीम घटित कर की जा रही थी। इसी कड़ी में NH 33 से मुख्य अभियुक्त व शूटर के रूप में रोहित दीक्षित, शुभम कुमार और विमल गोप उर्फ टकला को और उनके साथ रेकी करने में शामिल विवेक कुमार तिवारी उर्फ लकी तिवारी और अंकित शर्मा उर्फ ब्रेटली को भी षडयंत्र में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। जिनके पास से एक देसी कट्टा एक पिस्तौल एक जिंदा कारतूस और एक स्कूटी बरामद की है। एसएससी ने बताया कि षडयंत्र में शामिल कुछ और अपराधियों की भी जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी। बहरहाल गिरफ्तार पांचों अभियुक्तों आवश्यक कार्रवाई पूरी कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।