जमशेदपुर : एल.बी.एस.एम कॉलेज जमशेदपुर के सेमिनार हॉल में मनोविज्ञान विभाग द्वारा कॉलेज छात्रों में मानसिक समस्योओं को लेकर संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य अशोक कुमार झा ने मुख्य अतिथि सह मुख्य वक्ता डॉ. विनोद कुमार शर्मा (पी. जी. हेड,मनोविज्ञान विभाग,एस.के.एम.यू, दुमका) को अंगवस्त्र, मोमेंटो और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार झा ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास में सहायक है।विद्यार्थियों को मानसिक रूप से विचलित न होकर अपनी परेशानी संयम तरीके से हल निकालना चाहिए। उन्होने विद्यार्थियों से कहा कि आप इंटरनेट और सोशल मिडिया का कम और सही इस्तेमाल करें।
मुख्य वक्ता डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने कहा की आज मानसिक स्वास्थ्य की बात क्यों हो रही है? कारण की आज बच्चों का जीवन शैली बदल गई है, उनमें संस्कार की कमी तो है ही साथ – साथ संस्कृति सभ्यता से भी अनभिज्ञ होते जा रहे हैं। जिसे बचाना जरूरी है। मोबाइल और सोशल मीडिया के कारण युवा समाज से कट रहे हैं वें अपनी भावनाओं को उतने में केंद्रित कर रखा है, ऐसे में वह माता- पिता या अपने सगे संबंधियों के साथ भावनात्मक लगाव नहीं रख पाता और उनसे दूर हो जाता है। आज छात्र शार्टकट और कॉपी पेस्ट कर सफल होना चाहता है जिसका उदाहरण है साइबर क्राइम, लूट, जुआ आदि जिससे इनके भीतर आपराधिक प्रवृत्तियां जन्म ले रही है।
उन्होने छात्रों से अनुशासित रहने तथा सुसंस्कृत रहने के लिए कहा। अपने भीतर ब्लेमिंग एटीट्यूड विकसित ना करें। छात्रों में समय के साथ सेल्फ एडिटिंग, सेल्फ एनालिसिस तथा बिहेवियर मोडिफिकेशन करने की क्षमता विकसित होनी चाहिए। निखरने की जगह पर निखरिए। छात्रों को एग्जाम फोबिया से बचना चाहिए। आप दिमाग की कैपेसिटी से ज्यादा लोड न देकर व्यवस्थित तरीके से पढ़ने की आदत डालें। नहीं तो मनोरोग के शिकार बनेंगे। संगोष्ठी के संयोजक डा. प्रशान्त ने मंच का संचालन किया वहीं स्वागत भाषण डॉ विनय कुमार गुप्ता ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो. प्रमिला किस्कू ने किया।
मौके पर डा. दीपांजय श्रीवास्तव, डा. विनय कुमार सिंह, प्रो . विनोद कुमार, प्रो. विजय प्रकाश, अरविन्द पण्डित, प्रो . सुष्मिता धारा, डा . शबनम परवीन, प्रो. मोहन साहू, डॉ. संतोष कुमार, डा. रानी, डा. सुधीर कुमार उपस्थित हुए।
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