रांची : प्रवर्तन निदेशालय की एक विशेष टीम ने होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल का दौरा किया। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई टेंडर कमीशन एवं भूमि संबंधी अनियमितताओं की जांच के तहत की गई। सूत्रों ने बताया कि ग्रामीण निर्माण विभाग से जुड़ी वित्तीय गड़बड़ियों के सिलसिले में पूर्व मंत्री आलमगीर आलम और उनके निजी सचिव संजीव लाल से अधिकारियों ने जेल में ही सवाल-जवाब किए। वहीं रांची क्षेत्र में जमीन की धोखाधड़ी के एक अन्य प्रकरण, जिसमें कांके क्षेत्र की जमीन के अवैध अधिग्रहण का मामला सामने आया है, उसमें प्रमुख गवाह प्रवीण जायसवाल से भी गहन पूछताछ की गई।
गौरतलब है कि ईसीआईआर 5/24 में दर्ज इस मामले में कांके अंचल के पूर्व अंचल अधिकारी दिवाकर प्रसाद द्विवेदी के खिलाफ चार्जशीट प्रवीण के बयान के आधार पर दाखिल की गई थी। ईडी ने प्रवीण को पहले 28 मार्च को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था, लेकिन उससे पहले ही 19 मार्च को कांके थाना में दर्ज एक अलग मामले में उन्हें हिरासत में लेकर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया था। इस कार्रवाई को जांच एजेंसी द्वारा बड़ी संवेदनशीलता के साथ अंजाम दिया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि एजेंसी आरोपितों और गवाहों से कड़ी तहकीकात में जुटी है।