चाईबासा संवाददाता हरि शर्मा : बात सिर्फ पूर्ति दिघया का नहीं, इस प्रकार का घटना आये दिन अक्सर ग्रामीण सुदूवर्ती क्षेत्र में देखने और सुनने को मिलता है। कोई व्यक्ति घर मे रखे रखे हल्का मौसमी बुखार से बढ़कर भयंकर गंभीर रोग के चपेट मे आ जाते है।जहाँ जानकारी के अभाव मे, मरीज को अपने प्राण से भी हाँथ धोना पड़ जाता है। अंततः इसका कारण देखे तो, अस्पताल नहीं जाना, डॉ से उपचार नहीं कराना, घर मे ही मरीज ठीक हो जाये अंधविश्वास पूजा पाठ कराना।इसका मुख्य कारण समाज मे जागरूकता की कमी, शिक्षा की कमी । हम पूजा पाठ का विरोध नहीं करते, मगर बीमार होने से अस्पताल तो जाना ही होगा, डॉ को दिखाना होगा।इस गंभीर समस्या को समाज के हर जिम्मेवार वेक्ति को जिम्मेदारी के साथ धरातल मे उतर कर काम करना होगा, तभी हम एक स्वस्थ, सुरक्षित और शिक्षित समाज की परिकल्पना कर सकते हैं! ऐसी कुछ घटना पूर्ति दिघया मे संज्ञान मे आया, पिछले 5 से 6 महीने से बीमार पूर्ति दिघया निवासी मथुरा पूर्ति गंभीर रूप से बीमार था जिसकी सुचना जेना सोरेन के माध्यम से सूरज मुखी को मिला तो अविलम्ब सुरज ने रोगी के पास पहुंच स्थिति को देखा।फिर मरीज और आश्रित जनो को समझाया व 108 एम्बुलेंस बुलाकर जगन्नाथपुर सरकारी अस्पताल भेज इलाज हेतु भर्ती करया।इस सराहनीय नेक काम मे समाज सेवी जीना सोरेन का अहम भूमिका रहा। मौक़े पर सावन बोबोगा, अमन बेहरा, मगल सिं बोईपाई आदि ग्रामीण मौजूद थे।
गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचा कर निभाई जिम्मेदार नागरिक की भूमिका
- By A K Mishra
- November 23, 2023
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