जयपुर : जयपुर पुलिस ने हाल ही में एक महिला, त्रिशा राठौड़ को गिरफ्तार किया, जो अकेले कार ड्राइवरों से लिफ्ट लेकर झूठे केस में फंसाने और ब्लैकमेल करने का काम करती थी। यह गिरफ्तारी जयपुर की एक होटल से की गई। त्रिशा का ब्लैकमेलिंग का तरीका बेहद शातिराना था, और वह पहले ही 13 लोगों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करवा चुकी थी। पुलिस जांच में पता चला कि त्रिशा ने 8 अलग-अलग नामों का इस्तेमाल किया था, जिनमें त्रिशा राठौड़, त्रिशा खान, नूनहार, नूनी, शानू, नूरी, निशा, और नूना शामिल हैं। त्रिशा राठौड़ मूल रूप से मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के नाना खेड़ा की रहने वाली है, लेकिन फिलहाल वह जयपुर के वैशाली नगर में रह रही थी। पुलिस के अनुसार, त्रिशा का मुख्य उद्देश्य अकेले ड्राइवरों को फंसाकर उनसे पैसे ऐंठना था। ड्राइवरों से लिफ्ट मांगती थी और कुछ समय बाद छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगाकर उनसे पैसे की मांग करती थी। जब ड्राइवर पैसे देने से मना करते, तो वह उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी देती थी।इस मामले की जांच तब शुरू हुई जब 22 अगस्त को एक युवक ने वैशाली नगर थाने में त्रिशा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। युवक ने अपनी शिकायत में बताया कि 18 अगस्त को वैशाली नगर में एक महिला ने उससे लिफ्ट मांगी। कुछ देर बाद उस महिला ने छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगाकर एक लाख रुपये की मांग की और केस में फंसाने की धमकी दी। इस शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और त्रिशा की कारनामों का पर्दाफाश हुआ। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि त्रिशा ने महिला गरिमा हेल्पलाइन पर भी अलग-अलग नामों से झूठी शिकायतें दर्ज करवाई थीं। यह देखकर पुलिस को संदेह हुआ और उसके पुख्ता सबूत जुटाए गए। 27 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली कि त्रिशा रमाडा होटल में है। सूचना के आधार पर पुलिस होटल पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान त्रिशा अपने जुर्म कबूल किया है
डीसीपी के अनुसार, पुलिस को त्रिशा की अवैध गतिविधियों के पुख्ता सबूत मिले हैं और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। त्रिशा की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उसके अन्य पीड़ितों से भी संपर्क किया और कई ने उसकी हरकतों के बारे में खुलासा किया। अब तक, 12 लोग त्रिशा के खिलाफ मामले दर्ज करवा चुके हैं, जो उसके खिलाफ दर्ज किए गए मामलों की गंभीरता को दर्शाता है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या त्रिशा का कोई और साथी में शामिल था या वह अकेले ही इन सभी घटनाओं को अंजाम दे रही थी। इस मामले ने लोगों में एक चेतावनी का संदेश दिया है कि वे अनजान व्यक्तियों को लिफ्ट देने में सावधानी बरतें। पुलिस ने भी जनता से अपील की है किसी भी अनजान व्यक्ति या महिला को लिफ्ट देने से बचे।