मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 19 मई, 2023 को 2000 रुपये के बैंक नोटों को प्रचलन से वापस लेने का निर्णय लिया था। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि 2000 रुपये का नोट 2016 में नोटबंदी के बाद तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से जारी किया गया था, और धीरे-धीरे यह अपने उद्देश्य को पूरा कर चुका था। आरबीआई ने लोगों को नोट जमा करने और बदलने के लिए सात अक्टूबर, 2023 तक का समय दिया था, जिसमें बैंकों और आरबीआई के निर्गम कार्यालयों के माध्यम से यह सुविधा प्रदान की गई। 31 अक्टूबर, 2024 को कारोबार बंद होने पर आरबीआई ने जानकारी दी कि कुल 3.56 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2000 रुपये के बैंक नोटों में से लगभग 98.04 प्रतिशत यानी लगभग 3.49 लाख करोड़ रुपये बैंकिंग प्रणाली में वापस आ चुके हैं।
यह दर्शाता है कि केवल 6,970 करोड़ रुपये मूल्य के 2000 रुपये के नोट अब भी जनता के पास बचे हैं। इस पहल के तहत लोगों ने इन नोटों को अपने बैंक खातों में जमा करवाये या अन्य मूल्यवर्ग के नोटों में बदलवाया। हालांकि, अब भी 19 आरबीआई निर्गम कार्यालयों में यह सुविधा जारी है ताकि जनता आसानी से 2000 रुपये के शेष नोटों को बदल सके।