प्रतीक सिंह नई दिल्ली : दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राउस आईएएस स्टडी सर्किल कोचिंग में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई। इसके बाद दिल्ली के राजधानी की सियासत गरमा गई है। पक्ष विपक्ष दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। शनिवार शाम करीब 6:30 बजे भारी बारिश के बाद कोचिंग के बेसमेंट में पानी भर गया, जहां 18 युवा फंसे थे। बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में पानी भरने के कारण यह हादसा हुआ। कोचिंग संचालकों ने लाइब्रेरी को 8 फीट नीचे बनाया था, और जब पानी भरने लगा, तो उन्होंने गेट बंद कर दिया। इससे पानी का प्रेशर बढ़ गया और गेट टूटकर पानी लाइब्रेरी में भर गया। बेसमेंट के दरवाजे पर लगे बायोमेट्रिक सिस्टम के भी फेल होने की बात सामने आई है। एक छात्र अनुराग ने बताया कि बाहरी लोगों ने रस्सी की मदद से उसे बाहर निकाला। छात्रों का कहना है कि सूचना देने के बावजूद रेस्क्यू टीम को आने में समय लगा। हादसे में तान्या सोनी (21), श्रेया यादव (22), और नेविन डेल्विन (29) की मौत हो गई। तान्या तेलंगाना, श्रेया यूपी, और नेविन केरल के रहने वाले थे। दिल्ली एमसीडी ने इस घटना के बाद करोल बाग में बेसमेंट में चल रही आठ कोचिंग की पहचान की है और तीन को सील किया है। घटना के बाद से छात्र उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं और मौत के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग कर रहे हैं। करोल बाग मेट्रो स्टेशन के पास रविवार को प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ झड़प भी हुई और कुछ छात्रों को हिरासत में लिया गया।
मृतकों के परिजनों ने अस्पताल में शव देखने की अनुमति न मिलने पर नाराजगी जताई। श्रेया के चाचा धर्मेंद्र यादव ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी टीवी चैनलों से मिली और अस्पताल में भी श्रेया का शव देखने की अनुमति नहीं दी गई। जिसे परिजनों में भी आक्रोश और नाराजगी है। इस घटना के बाद से दिल्ली के राजनीतिक गरमा गई है।वहीं प्रशासन भी अब शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।