सरायकेला : झारखण्ड राज्य बिजली कामगार यूनियन राज्य बिजली वितरण निगम के कार्यशैली के विरुद्ध क्रांति दिवस के दिन 9 अगस्त से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत करेगा. जिसकी शुरुआत जमशेदपुर से होगी. उक्त बातें यूनियन के महामंत्री राम कृष्ण सिंह ने प्रेसवार्ता में दी. उन्होंने बताया कि आज झारखण्ड राज्य बिजली कामगार यूनियन आपात बैठक आयडा परिसर में हुई है. बैठक के उपरांत प्रदेश महामंत्री ने कहा कि बिजली कामगारों को मिली हुई सुविधाओं को निगम प्रबंधन ने छीन लिया है. मसलन डिजिनेशन मैपिंग के नाम पर हेड लाइनमैन आदि का पोष्ट ही हटा दिया गया है. जहां पदोन्नति हुई है वहां ग्रेड पे नहीं दिया जा रहा है जबकि बार बार वार्ता हो रही है. बिजली विभाग उद्योग में तब्दील हो गया है. हाल ही में करीब 200 कर्मी का मनचाहा स्थान पर स्थानान्तरण किया गया है. वहीं महिला को दूर दराज जगह पर नियम को ताक पर रखते हुए बदली किया गया है.सरकार महिला सशक्तिकरण एवं गरिमा को बरकरार रखने की बात करता है वहीं निगम प्रबंधन अपना कानून लगा कर प्रताडित करता है. यूनियन से समझौता किया कि 300 करोड से ज्यादा राजस्व होने पर बिहार की तरह 6% उर्जा भत्ता का भूगतान किया जायेगा।
मजदूरों ने जान जोखिम मे डालकर कोरोना काल में भी 300 करोड से 1100 करोड राजस्व की वसूली किया. इसके बाबजूद प्रबंधन ने वादा खिलाफी किया. उनकी मांगों को पूरी नहीं किया गया तो 9 अगस्त 2024 से जमशेदपुर से राज्य व्यापी चरणबद्द आन्दोलन शूरू किया जायेगा. प्रेसवार्ता में के० एन० सिंह, अमजदूल हक, मुकुल कुमार, सुनील सिंह, क्यूम असारी शामिल थे. प्रेसवार्ता के बाद यूनियन का प्रतिनिधि मंडल अधीक्षण अभियंता दीपक कुमार से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा है।