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- झारखंड बिहार:- देश के सभी क्षेत्रों में तीज का पर्व महिलाएं धूमधाम से मनाती हैl यह पर्व महिलाओं की सुहाग और परिवार के लिए निर्जला उपवास रखते हुए करती है। बिहार झारखंड सहित अन्य देश की सभी क्षेत्रों में धूमधाम से यह पर्व महिलाएं मानती है। शनिवार को महिलाओं ने हरतालिका तीज व्रत के लिए जावा
- उठाव करते हुए हरितालिका तीज को प्रारंभ करती है। महिलाए समीप के नदी तालाब एवं निकटवर्ती जलाशयों से बालू निकालकर पूजा अर्चना कर घरों में स्थापित करती है । तीज व्रत भादो तृतीया को सोमवार के दिन पूजन किया जाएगा। जानकारी के अनुसार हरतालिका व्रत शुरू होने के दो दिन पहले बालू में जौ, उड़द, मक्का, धानआदि डाल दिए जाते है और दो दिन बाद अंकुरीत होकर यह पौधा का रुप लेता है। जिसे जावा पूजन हरित तालिका व्रत रहते हैं। जावा को हरतालिका तीज के दिन भगवान शिव के रूप में निर्जला व्रत रखते हुए विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना की जाती है। सुहागीन महिलाएं पति की दीर्घायु और परिवार के सुख शांति के लिए यह निर्जला व्रत करती है। पूजा के दूसरे दिन सुबह जावा को विधि विधान से तालाब, नदी या निकटवर्ती जलाशय में ले जाकर विसर्जित कर महिलाएं व्रत तोड़ते हुए व्रत संपन्न करती है।¯
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