क्या खेल के मैदान बचेंगे, जनप्रतिनिधि किसके साथ? सवालों में तैरते सवाल।

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सरायकेला : सरायकेला खरसावां जिले के आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र से सटे हथियाडीह में जियाडा द्वारा फुटबॉल मैदान को उद्योग लगाने के लिए आवंटित किए जाने का ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया l खेल मैदान को बचाने के लिए ग्रामीणों की उम्मीदें अब क्षेत्र के विधायक एवं राज्य के परिवहन सह कल्याण मंत्री चम्पई सोरेन की तरफ आशा भरी निगाहों से जनता देख रही है। मैदान के जमीन को जियाड़ा द्वारा जमना ऑटो प्राइवेट लिमिटेड को नए उद्योग लगाने के लिए आवंटित किया गया है । जिसपर बुधवार को जियाडा एवं जिला प्रशासन द्वारा उक्त जमीन की घेराबंदी कर निर्माण कार्य शुरू किए जाने पर स्थानीय ग्रामीणों ने घंटो तक जोरदार विरोध करते हुए निर्माण कार्य रोक दिया गया । मौके पर जिले के एसडीओ पारुल सिंह, डीएसपी हेडक्वार्टर चंदन वत्स, समेत जिला पुलिस बल के जवान पहुंचे, वही स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से इस जमीन पर ग्रामीण फुटबॉल खेलने आ रहे हैं । उद्योग लगने से बच्चों के लिए खेलने तक की जमीन नहीं बचेगी । देखना अब यह है कि खेल के मैदान ग्रामीण एकजुट होकर बचा पाते हैं। क्या ग्रामीणों की उम्मीद आशाओं पर मंत्री चौपाई सोरेन संज्ञान लेकर इनको खेल के धरोहर को बचा पाएंगे। एक तरफ ग्रामीणों की खेल के मैदान बचाने के लिए ग्रामीण एकजुट है। वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों के अनुसार बाहुबली पूंजीपति उद्यमी है। देखना अब यह है कि, इस खेल के मैदान की बाजी किसके हाथ लगती है ।मंत्री ग्रामीण को बचाकर धरोहर को एक विश्वास पैदा करेंगे। क्यों कि सामने आने वाला चुनाव भी इस खेल के मैदान में बहुत खेल करते हुए, रंग दिखाएंगे। जिसको लेकर सूत्रों के अनुसार बड़े पैमाने पर ग्रामीणों की बैठक होने की बातें कहीं जा रही है।

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