रांची : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली रवाना हो गए हैं। मुख्यमंत्री के साथ राज्य के सभी वरीय पदाधिकारीयो की टीम भी रवाना हुई है। जिसमें मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, गृह सचिव अविनाश कुमार और डीजीपी अजय कुमार सिंह शामिल है। झारखंड के 24 जिलों में से कई जिले अति नक्सल प्रभावित जिले है । राज्य के जिलों में माओवादियों का भी प्रभाव है। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक, पूर्व में देशभर के 90 जिले माओवाद प्रभावित थे। लेकिन अब इसकी संख्या घटकर 70 रह गयी है। केंद्र ने 70 में से 25 जिलों को अति माओवादी प्रभाव वाला क्षेत्र चिह्नित किया है । देश के अति माओवाद प्रभाव वाले 25 में आठ जिले झारखंड के हैं।झारखंड में माओवाद प्रभाव वाले 16 जिलों में रांची, खूंटी, बोकारो, चतरा, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गिरिडीह, गुमला, हजारीबाग, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम शामिल हैं। आठ अति माओवाद प्रभावित जिलों में चतरा, गिरिडीह, गुमला, खूंटी, लोहरदगा, लातेहार, सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम शामिल हैं। जिस पर विशेष सरकार की सुरक्षा की दृष्टिकोण से निगाहें रहती है।
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