देवघर : झारखंड में सरकार के लाख कोशिशें और कार्रवाई के बावजूद भी भ्रष्टाचार रुक नहीं रहे हैं। घूस लेते पकड़ाने के बावजूद भी भ्रष्टाचारी भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसी एक घटना सामने आया है देवघर में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए सिविल सर्जन को 70,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह घटना बुधवार को घटी, जब दुमका ACB की टीम ने बेला बागान स्थित सिविल सर्जन के आवास पर छापा मारा और उन्हें गिरफ्तार किया। घटना के अनुसार, सिविल सर्जन ने अस्पताल से संबंधित एक काम की रिपोर्ट देने के एवज में घूस की मांग की थी। शिकायतकर्ता इस अवैध मांग को मानने को तैयार नहीं था और उसने ACB से इसकी शिकायत कर दी। इसके बाद ACB ने मामले का सत्यापन कराया, जिसमें घूस मांगे जाने की बात सही साबित हुई।
सत्यापन के बाद, ACB की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सिविल सर्जन को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद, सिविल सर्जन को दुमका ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ की जाएगी। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ झारखंड में एक कड़ा संदेश देती है और दिखाती है कि भ्रष्टाचार के मामलों में कानून प्रवर्तन एजेंसियां कितनी तत्पर हैं। ACB की इस त्वरित कार्रवाई ने यह स्पष्ट किया है कि राज्य में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।