पूर्वी सिंहभूम जिले के लगभग 600 तेजस्वनी परियोजना के कर्मी 10 माह का वेतन भुगतान नही होने से भुखमरी के कगार पर, उपायुक्त से लगाई गुहार।
यह परियोजना विश्व बैंक द्वारा वित्त प्रदत्त ‘झारखण्ड महिला एवं बाल विकास समिति रांची द्वारा झारखण्ड के 17 जिले में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी की निगरानी में संचालित होती है। जिसके अंतर्गत
तेजस्विनी कर्मी पिछले 2019 से पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी प्रखंड में क्रमश प्रखंड समन्वयक, क्षेत्र समन्वयक, संकुल समन्वयक सलाहकार तथा युवा उत्प्रेरक के रूप में CSP-ISAP के HR पालिसी के आधार पर कार्य करते है लेकिन प्रत्येक कर्मी के मेल में अचानक 25 अगस्त 2023 कोपरियोजना समाप्ति का पत्र प्राप्त हुआ जिसके समाप्ति के बाद सभी जिले के तेजस्विनीकर्मियों को मानदेय भुगतान कर दिया गया है, जबकि पूर्वीसिंहभूम जिले के किसी भी कर्मी को कार्य के शुरुआती दिनों से लेकर अब तक माह का वेतन भुगतान नहीं किया गया है जिस वजह से अब इनके समक्ष भुखमरी की स्तिथि उत्पन्न हो गयी है जिसे लेकर ये कर्मी जिले उपायुक्त से भेंट कर मानदेय दिलाने की गुहार लगाई है।