Saraikela (संजीव मेहता) : जब से आदित्यपुर में जलापूर्ति का जिम्मा नगर निगम को मिला है तब से पीएचईडी कॉलोनी चोरों का अड्डा बन चुका है. कॉलोनी में रिटायर हो चुके कर्मचारी अवैध तरीके से झोपड़ीनुमा घर बंनाकर डेरा डाले हुए हैं जिसमें चोर बदमाशों का बसेरा बन गया है. फिलहाल पीएचईडी कार्यालय में जमशेदपुर क्षेत्र के जलापूर्ति संबंधी कार्य हो रहे हैं, इन कार्यालय में कर्मचारी नाम पर अब गिने चुने ही लोग रह गए हैं. लेकिन यहां बने सैंकड़ों क्वार्टर अबैन्डेंड घोषित हो चुके हैं बावजूद इसके उन क्वार्टर में अवैध तरीकों से लोग रह रहे हैं. और तो और कॉलोनी के बाग बगीचों पर भी अवैध तरीके से रह रहे लोगों ने कब्जा कर रखा है. कॉलोनी की दीवारों को तोड़कर अवैध तरीके से क्वार्टर से आने जाने का रास्ता बना लिया गया है. परती जमीन पर कॉलोनी में अवैध झोपड़ियों को बना लिया गया है, जिसमें मवेशियों को पाला जाता है. इन्हीं झोपड़ियों में बाहर से असामाजिक तत्वों का अड्डा बनता जा रहा है जिसमें अपराध और चोर बदनाम फल फूल रहे हैं. इन सारी बातों की जानकारी देते हुए पीएचईडी के एसडीओ और शिविर प्रभारी ने नगर निगम प्रशासन के नगर आयुक्त को त्राहिमाम पत्र लिखकर कॉलोनी से अवैध झोपड़ियों को हटाने की मांग की है. एसडीओ ने भी यह कार्रवाई तब की है जब 2 दिन पूर्व कॉलोनी के अंदर से ढाई लाख रुपये के चोरी के माल के साथ एक कॉलोनी और एक बाहर का युवक रंगे हाथों पकड़ा गया है. एसडीओ ने अपने पत्र में लिखा है कि पेयजल एवं स्वच्छता आदित्यपुर परिसर की सीमा पर अनधिकृत अतिक्रमण एवं आपराधिक गतिविधियों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करें।
चूंकि पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल आदित्यपुर का परिसर चारदीवारी से घिरा हुआ है किंतु विगत लंबे समय से कतिपय असामाजिक तत्वों द्वारा परिसर की बाहरी सीमा से सटे स्थानों पर अवैध रूप से अस्थायी झोपड़ियां निर्मित कर ली गई है. इन्हीं अतिक्रमणकारियों द्वारा परिसर से सामग्री की चोरी, निषिद्ध मादक पदाथों का सेवन एवं विक्रय तथा सार्वजनिक स्थल पर अशोभनीय आचरण जैसी गैर-कानूनी गतिविधियां की जा रही है. इन आपराधिक गतिविधियों के कारण कार्यालय परिसर की सुरक्षा को भी गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है. यहां कार्यरत कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों में असुरक्षा की भावना व्याप्त है. विशेषकर आवासीय क्षेत्र में निवासरत बच्चों पर इसका दु्प्रभाव पड़ रहा है. जो अत्यंत चिंताजनक स्थिति है. अतः आपसे अनुरोध है कि इन अवैध अतिक्रमणकारियों को शीप्र निष्कासित कर, इनके विरुद्ध नगर निगम अधिनियम एवं अन्य संबद कानूनी प्रावधानों के तहत कडी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. साथ ही भविष्य में इस प्रकार के अतिक्रमण की पुनरावृति रोकने हेतु स्थायी उपाय नियमित पुलिस गश्त सुनिश्चित की जाए.