बिहार / पटना : मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई के लिए वेटनरी डॉक्टरों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसमें फर्जी मार्कशीट और सर्टिफिकेट का इस्तेमाल किया गया। जब इस मामले की शिकायत पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग तक पहुंची, तो फर्जी तरीके से बहाल किए गए वेटनरी डॉक्टर फरार हो गए। अब विभाग इन पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रहा है। मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई के लिए डॉक्टरों की बहाली का जिम्मा भाव्य हेल्थ केयर एजेंसी को सौंपा गया था। इस फर्जीवाड़े की शिकायत एजेंसी में भी की गई है। अगस्त से ही वेटनरी डॉक्टरों की बहाली की जा रही थी, और कुछ डॉक्टरों का चयन इंटरव्यू के बाद किया गया था।
लेकिन, उन्होंने किसी कारण से ज्वाइन नहीं किया। इसके बाद जालसाजों ने इन्हीं डॉक्टरों की मार्कशीट और सर्टिफिकेट में हेरफेर कर इंटरव्यू दिया और चयनित हो गए। फर्जी तरीके से बहाल किए गए डॉक्टरों का पता चलते ही वे सभी लापता हो गए हैं, और विभाग अब इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की प्रक्रिया में है।