जमशेदपुर के सिदगोड़ा थाना अंतर्गत बारीडीह लोहिया पथ में उस वक्त अजीबोगरीब स्तिथि उत्पन्न होकर हंगामा मच गया जब दहेज प्रताड़ना के आरोपी को पकड़ने आई बंगाल पुलिस आरोपी के साथ घर का सामान भी ले जाने का प्रयास का स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया। जिसके बाद बंगाल पुलिस बैक फुट पर आ गयी।दरअसल, पश्चिम बंगाल के खड़गपुर महिला थाना में दो माह पूर्व एक पीड़िता ने लोहिया पथ निवासी सह जमशेदपुर सिविल कोर्ट के अधिवक्ता विवेक कुमार पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसी मामले में महिला थाना पुलिस महिला के माता पिता के साथ वारंट लेकर विवेक को गिरफ्तार करने पहुंची थी.लेकिन स्थानीय सिद्धगोड़ा की पुलिस मौजूद नही थी वही समान जब्ती का वारंट नही होने के बावजूद बंगाल पुलिस घर का सामानों को जब्त कर ले जाने लगी ।
सामान ले जाता देख स्थानीय लोग एकजुट हुए और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए।लोगों का कहना था कि पुलिस के पास विवेक की गिरफ्तारी का वारंट है ना की सामान ले जाने का। मौके पर दो घंटे तक हंगामा चला, जिसके बाद सिद्धगोड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जानकारी वरीय अधिकारी को दी गई जिसके बाद उनके निर्देश पर बंगाल पुलिस बैक फुट पर आ गयी और जब्त की गई सामानों को वापस रखवा दिया गया।वही पूरी गतिविधि को लेकर मीडिया के द्वारा जानकारी लेनी चाही तो किसी प्रकार का जवाब नही देते हुए विवेक को गिरफ्तार कर बंगाल नम्बर की गाड़ी ले जाने के प्रयास को देखते हुए बस्ती वासी एक बार फिर भड़क गए और उनका रास्ता रोकते हुए जमकर हंगामा किये। जिसके बाद सिद्धगोड़ा पुलिस अपने वाहन से आरोपी को थाना ले गई। इस पूरे घटना कर्म के बारे में स्थानियवासियो का कहना है कि विवेक का विवाह 27 फरवरी को हुई थी 13 मार्च को उसकी पत्नी मैके चली गयी। वही विवेक के वकील विकास कुमार ने बताया की बंगाल पुलिस की इस करवाई के खिलाफ खड़गपुर में विरोध किया जाएगा।