राज्य सरकार जहा राज्य स्तर जिला स्तर और आंचल स्तर पर भूमाफियाओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। वहीं भू माफिया खुलेआम प्रशासन को चुनौती देते फिर रहे हैं ।झारखंड सरकार राज्य स्तर जिला स्तर एवं अंचल स्तर पर सरकारी जमीन अतिक्रमण करने वाले भू माफियाओं पर कार्रवाई के लिए लगातार बैठक कर रही है और निर्देश जारी कर रही है वही भू माफिया सरकारी जमीन को अतिक्रमण कर खुलेआम चुनौती देते फिर रहे हैं।
सरायकेला खरसावां जिले की गम्हरिया आंचल अंतर्गत राजगांव में एक बार फिर से भूमाफिया सक्रिय होते हुए भूमि अतिक्रमण करने के लिए गिद्ध दृष्टि लगाए बैठे हुए हैं। जहां रोक के बावजूद राजगांव मौजा के हल्का नंबर 3, खाता नंबर 29, प्लाट नंबर 834 में स्थित निजी तालाब को भूमाफिया ने फ्लाइऐश से डंप कर गम्हरिया सीओ को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदूषण के मार से उन्हें दो चार प्रतिदिन होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि तालाब में फ्लाइऐश डंप करने से आसपास के कृषि योग्य भूमि बंजर होती जा रही है। साथ ही सामाजिक कार्य से लेकर कृषि कार्य समेत ग्रामीणों को नहाने धोने व मवेशियों को पानी पिलाने का एकमात्र तालाब का अस्तित्व अब मिटने के कगार पर है । जानकारी के अनुसार झामुमो प्रखंड अध्यक्ष जगदीश महतो ने बीते फरवरी माह में तालाब में डंपिंग करने का विरोध करते हुए गम्हरिया सीओ से कार्रवाई करने की मांग करते हुए रोक लगाने की मांग की थी। इसके आलोक में सीओ मनोज कुमार ने कार्रवाई करते हुए तालाब की डंपिंग पर रोक लगा दी थी। डंपिंग करने पर सख्ती दिखाते हुए जबरन डंपिंग पर रोक लगाई थी। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, स्थिति सामान्य हुई। फिर से भूमाफिया सक्रिय हो गए हैं। ग्रामीणों के अनुसार कहा जा रहा है कि इन्हें प्रशासन का डर नहीं है। बताया जाता है कि उक्त तालाब एसटी की है और नियम के विरुद्ध अंचल कार्यालय की मिलीभगत से भालोटिया के नाम पर म्यूटेशन कर दिया गया है। वहीं गम्हरिया अंचल के सीआई मनोज कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। सोमवार को जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। देखना अब यह है कि भू माफियाओं पर प्रशासन का करवाई होता है ।या यूं ही भूमाफियाओं की बल्ले बल्ले चलती रहेगी।