जमशेदपुर : झारखंड बिहार जमशेदपुर ही नही पुरे झारखंड के विभिन्न जिलों के अलावे बिहार भी इसके चपेट में है। हालांकि बरसात में मौसमी बीमारी डेंगू और चिकनगुनिया होना आम बात है। लेकिन इस वर्ष पिछले वर्ष की भांति डेंगू मरीजो की संख्या में बेतहाशा वृद्धि देखी जा रही है। आलम यह है कि शहर के अस्पतालों में बेड की कमी होने लगी है। कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की बाते करे तो यहाँ प्रावधान के अनुसार मजबूरन वश जमीन में लेटाकर इलाज किया जा रहा है। सरकारी आंकड़ा पर गौर फरमाएं तो 3 अक्टूबर तक कुल 8802 सैम्पल की जांच में 1170 लोग डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं। वर्तमान में 217 लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है जब कि 42 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है। वही मौसमी बीमारी से हुई मौतों की संख्या भी काफी ज्यादा है। फिलहाल इस बीमारी को रोकने के लिए प्रसाशनिक विभाग लगातार कार्य कर रही है । वही डॉक्टरों द्वारा इसे रोकने और बचाने के लिए उपाय भी बता रहे है। mgm अस्पताल के उपाध्यक्ष डॉ नकुल चौधरी ने लोगो को सचेत करते हुए जानकारी दी गयी कि घर और उसके आसपास किसी भी तरह से जल जमाव को नही होने दे। जिसमे पनपने वाले मछर के काटने से यह बीमारी फैलती है । इस लिए जल जमाव और मच्छर पनपने की संभावना वाली जगहों पर एंटी लार्वा का छिड़काव करते रहनी चाहिए ।जिससे इन बीमारियों में कमी लाने में सहायक हो सके।