सरायकेला (संजीव मेहता) : स्वच्छता और मानवता के महान संत शिरोमणि बाबा संत गाडगे की जयंती मनाने रविवार की सुबह आदित्यपुर आकाशवाणी चौक से धूमधाम से गाजे बाजे व रथ के साथ शोभा यात्रा निकाली गई. जो जय प्रकाश उद्यान तक गई. जहां आयोजित संकल्प सभा कार्यक्रम में झारखंड के विधायक सुरेश बैठा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. यह कार्यक्रम अखिल भारतीय धोबी महासंघ और संत गाडगे जागृति मंच के द्वारा आयोजित था. इस संकल्प सभा में कांग्रेस के कांके विधायक सुरेश बैठा ने बाबा संत गाडगे और डॉ भीमराव अंबेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. अपने संबोधन में विधायक सुरेश बैठा ने कहा कि आज संत गाडगे बाबा की 139वीं जयंती है. मैं उन्हें शत शत नमन है. उन्होंने दलित समाज को शिक्षा से जोडने का काम किया. आज हमें पेशे के साथ बाल बच्चों को शिक्षित करने की जरूरत है. मेरी मां अनपढ़ थी लेकिन हमें पढ़ाया आज हम तीन बार के प्रयास से जनप्रतिनिधि बने. हमें नशे, व्यसन से दूर रहना है. विचलित न हों. हमें टाइटल नहीं बदलना है. हमें अपनी आरक्षण बचाना है.
इस अवसर पर सुरेश बैठा को संत गाडगे जागृत मंच के द्वारा झारखंड रत्न से सम्मानित किया गया. मौके पर अखिल भारतीय धोबी महासंघ के राष्ट्रीय सचिव शारदा देवी, अधिवक्ता ओम प्रकाश, भोलानाथ रजक, हरिनंदन रजक, सियाराम बैठा, बीएन रजक, संत गाडगे जागृति मंच परिवार के भोला रजक, उपेंद्र रजक, सीताराम रजक, बंटी रजक, राजू रजक, दुर्गा राम बैठा, जेडीयू जिलाध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार, उमेश रजक एवं राष्ट्रीय स्तर पदाधिकारी शामिल हुए. संकल्प सभा में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए. जिसमें धोबी समाज के मूल भूत समस्याओं के निराकरण के धोबी कल्याण बोर्ड का गठन की मांग राज्य सरकार से अभिलंब करने का प्रस्ताव पारित किया गया. साथ ही अनुसूचित जाति वर्ग के जाति प्रमाण पत्र बनने में हो रही दिक्कतों पर विशेष चर्चा की गई, समाज को देशरहित बनाने पर बल दिया गया. शोभायात्रा में रथ यात्रा के साथ बैण्ड बाजे की व्यवस्था थी. रथ यात्रा उत्साह पूर्वक निकली. संकल्प सभा में समाज में बेहतर योगदान के लिए सेवा सम्मान से कई प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया. सभा के उपरांत समाज के लोगों ने सुरुचि भोज का आनंद लिया. कार्यक्रम को सफल बनाने में शारदा देवी सचिव अखिल भारतीय धोबी महासंघ, उपेंद्र रजक , भोला रजक, गोपाल रजक, राजू रजक, बंटी रजक, गोपाल रजक, जीतू रजक, कविचंद, अमर लाल, बिना लाल, रानी कुमारी, बिरेंदर रजक, दुर्गा रजक, विजय लाल, मनोज रजक, अरुण चौधरी, दुर्गा राम बैठा, विनोद रजक, मनोज रजक आदि का महवपूर्ण योगदान रहा.