रांची : रांची में आयोजित युवा आक्रोश रैली के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के हजारों कार्यकर्ता मोरहाबादी मैदान में एकत्रित हुए। इस रैली का मुख्य उद्देश्य मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना था। रैली के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग और आंसू गैस के गोलों का उपयोग कर उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए। बीजेपी विधायक सी पी सिंह और संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह भी इस झड़प में घायल हुए। आक्सीजन पार्क के नजदीक पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछार से भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए कहा कि युवाओं का आक्रोश यह दर्शाता है कि हेमंत सोरेन सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से पुलिस ने कंटीले तारों और बैरिकेडिंग का इस्तेमाल किया है, वह पहले कभी नहीं देखा गया।भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज ने भी सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि लाख कोशिशें करने के बावजूद यह सरकार युवाओं को मना नहीं पाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पांच लाख नौकरी देने का वादा कर युवाओं को ठगा है, और अब राज्य के युवा जवाब मांग रहे हैं।
इस रैली में बीजेपी के कई बड़े नेता और बड़ी संख्या में युवा कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, संजय सेठ, विद्युत वरण महतो, अमर कुमार बाउरी, और विधायक सी पी सिंह प्रमुख थे।