सरायकेला / (संजीव मेहता) : गुरुवार को साकची स्थित राजेंद्र विद्यालय के सभागार में नेताजी ग्रुप ऑफ स्कूल्स का तीसरा वार्षिकोत्सव कार्यक्रम ” फ़ेस्टिवा” आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में नेताजी ग्रुप ऑफ स्कूल्स के अंतर्गत संचालित नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल की कदमा, बारीडीह और बिरसानगर शाखा के विद्यार्थियों ने सामुहिक रूप से अपनी सहभागिता दी। तीन दिनों तक आयोजित किये जाने वाले इस कार्यक्रम के पहले दिन बतौर मुख्य अतिथि नेताजी ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष मदनमोहन सिंह और विशिष्ट अतिथि के रूप में नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणि उपस्थित रहे। इस अवसर पर नेताजी ग्रुप के विभिन्न विद्यालयों के बच्चों ने कई रंगारंग और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से सभागार में उपस्थित सभी दर्शकों का मन मोह लिया। गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रजवल्लन के माध्यम से इस कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया। इसके पश्चात छात्रों ने गणेश वंदना, रेट्रो डांस, सोशल मीडिया थीम डांस, पेरेंट टीचर थीम डांस, राधा कृष्ण नृत्य शैली, कश्मीरी नृत्य, शिव तांडव और ऐसे कई अन्य प्रदर्शनों के माध्यम से अपनी अनूठी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। छात्रों ने मोबाइल फोन से चिपके रहने के नकारात्मक पहलुओं पर आधारित नृत्य प्रस्तुति के माध्यम से दर्शकों को भावविभोर कर दिया। उन्होंने अभिभावकों और शिक्षकों से भी अपने प्रदर्शन के माध्यम से उनका समर्थन करने के लिए कहा।
कार्यक्रम की इसी कड़ी में विद्यार्थियों ने विभिन्न रंगों से सजे परिधानों के माध्यम से विविधता में एकता के महत्व को स्थापित किया। माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों द्वारा प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव और रामलला अवतार पर आधारित नाट्य नृत्य प्रस्तुति विशेष आकर्षक का केंद्र रही। विद्यार्थियों ने अपने प्रदर्शन के माध्यम से सर रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित की। सभागार में उपस्थित अभिभावकों को संबोधित करते हुए नेताजी ग्रुप के अध्यक्ष श्री एम.एम. सिंह ने कहा ” किसी भी देश की पहचान वहाँ की संस्कृति से होती है। भारत की संस्कृति अद्वितीय है और आज की पीढ़ी के बच्चों को इसके बारे में अधिक से अधिक जानने और समझने की कोशिश करनी चाहिए। कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन वक्तव्य में प्रो. पाणि ने कहा ” खेलकूद, सांस्कृतिक और अन्य कौशलपरक गतिविधियां भी विद्यार्थियों के लिए उतनी ही महत्त्वपूर्ण हैं जितनी की शैक्षणिक गतिविधियां महत्त्वपूर्ण हैं। बच्चों के बहुआयामी विकास के लिए अभिभावकों को बच्चों की रूचि और उसके विकास की दिशा में भी ध्यान देना चाहिए। कार्यक्रम के अगले चरण में नर्सरी से कक्षा नौवीं तक के छात्रों को उनकी शैक्षणिक और कक्षा में बेहतर उपस्थिति में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए पदक और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। जिसने सभी का ध्यान खींचा, वो था बच्चों के दादी और नानियों को मंच पर बुला कर उन्हें उन्हीं के हाथों से सम्मानित करने का एक सराहनीय कदम जो स्कूल प्रबंधन ने अपनाया। यह वास्तव में वार्षिक कार्यक्रम की एक शानदार शुरुआत थी, जिसने छात्रों और शिक्षकों की कड़ी मेहनत को बढ़ावा दिया और उन्हें अपने जीवन में और भी बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। इस वार्षिकोत्सव में बड़ी संख्या में नेताजी ग्रुप के विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य, अभिभावक, विद्यार्थी और शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।