रांची : मनुष्य जीवन में मुस्कुराहट का विशेष महत्व है। मुस्कुराता हुआ चेहरा दूसरों के चेहरे पर भी मुस्कुराहट फैला देता है। इसलिए सम-विषम परिस्थिति, दोनों ही स्थितियों में सदैव मुस्कुराते रहना चाहिए। मुस्कुराने से न केवल हम स्वयं आनंदित होते हैं, बल्कि इसके संपर्क में आने वाले दूसरे व्यक्ति भी आनंद अनुभव करते हैं।मुस्कुराहट हमारे जीवन में एक जीवन दायिनी औषधी की तरह है।इसलिए मनुष्य को हर परिस्थिति में मुस्कुराकर आनन्द बिखेरने का प्रयोग करते रहना चाहिए। मुस्कुराहट एक यौगिक क्रिया है। जिससे हमारे अंग-प्रत्यरंग स्वस्थ व प्रसन्न रहते हैं। मुस्कुराता हुआ चेहरा सभी को अच्छा लगता है।जिसकी अभिव्यक्ति चारों ओर सकारात्मक व प्रसन्नता का प्रसार करती है।बाल्यकाल में बच्चों की मुस्कुराहट सबको आनंद करने वाली होती है, क्यों कि वह निश्चल एवं निस्वार्थ भाव से ओत-प्रोत होती है। बच्चे बिना किसी कारण के ही हंसते मुस्कुराते रहते हैं, और इस मुस्कुराहट के कारण वे सबको प्रसन्नता तो प्रदान करते ही हैं, साथ ही वे सबको अपनी ओर आकर्षित भी करते हैं।
हम पार्क में, ट्रेन में, मौल में, होटल आदि जगहों में बैठते हैं, तो अक्सर वहां दूसरे का बच्चा हमें आकर्षित करता है। उसको देखकर हम भी प्रसन्न हो जाते हैं।जब बच्चा हमारी ओर मुस्कुराकर देखता है, तो हम सारी बातें भूलकर उसकी ओर आकर्षित हो जाते हैं। आज के संघर्षपूर्ण एवं तनावपूर्ण वातावरण में लोग मुस्कुराना भूलते ही जा रहे हैं। जिन परिवारों में जितना अधिक कार्य का दबाव रहता है, उतना ही उन परिवारों के चेहरा मुस्कुराहट विहिन होती है। जब व्यक्ति उदास होता है, तो निराशा उसे घेर लेती है, और तब उसके चेहरे से मुस्कुराहट भी अपनी एक दूरी बना लेती है, लेकिन जब व्यक्ति उत्साहित होता है व आशान्वित होने के साथ-साथ उल्लास उमंग से भरा होता है, तो उसके अभिव्यक्ति में सबसे पहले उसके चेहरे पर मुस्कुराहट आती है।जीवन में समस्याएं आने पर व्यक्ति गंभीर हो जाता है, लेकिन उन समस्याओं का समाधान मिलने पर व्यक्ति प्रसन्नता का अनुभव करता है। जब हमारे मस्तिष्क में कोई अच्छा विचार आता है, कोई नयी योजना आती है, कोई सुखद कल्पना आती है, कोई पुरानी सुखद स्मृति मन में उभरती है, तब हमारे चेहरे पर स्वत: ही मुस्कुराहट आ जाती है।मुस्कुराहट की अभिव्यक्ति स्वयं को प्रसन्नता देने के साथ-साथ अनेक चेहरे पर मुस्कुराहट बिखेर देती है, और इस तरह मुस्कुराहट का लाभ एक ही क्षण में कई लोगों को मिल जाता है।सदैव मुस्कुराते रहने की आदत यदि बनाई जाए तो फिर यह हमारे स्वभाव का ही अंग बन जाएगा, जो हमें स्वस्थ एवं प्रसन्न बनाए रखेगा और हमारे आसपास रहने वाले लोगों को भी मुस्कुराने की प्रेरणा देगा। जो कई समस्याओं के हल के साथ-साथ कई रोगों का भी मुस्कुराहट समाधान है।