रांची: हेमंत सोरेन सरकार झारखंड में मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद प्राप्त जानकारी एवं सूत्रों के अनुसार अब तबादले की सूची पर नजरे जमाए बैठे हैं। झारखंड में मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद ,जिलों के जिला अधिकारियों के बीच तबादले की आशंका बढ़ गई है। पहले मतदाता पुर्ननिरीक्षण कार्य के कारण अधिकारियों के तबादले पर रोक लगी हुई थी, लेकिन अब इस रोक के हटने के साथ ही अधिकारियों के तबादलों की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले दर्जनों जिला अधिकारियों को एक जिले से दूसरे जिले में भेजा जा सकता है। इस संभावित तबादले को देखते हुए कई अधिकारी अपने पद को सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न तरह की रणनीतियाँ बनाने में जुट गए हैं। अधिकारियों को यह डर सता रहा है कि उन्हें अचानक से किसी दूसरे जिले में ट्रांसफर कर दिया जा सकता है, इसलिए वे अपने संपर्कों को सक्रिय कर रहे हैं।
कुछ अधिकारी अपने उच्चस्तरीय संपर्कों का उपयोग कर तबादले से बचने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें यह भी चिंता है कि अगर किसी भी प्रकार की राजनीतिक या प्रशासनिक अस्थिरता होती है, तो उनका तबादला जल्द ही हो सकता है, और शंटिंग में भी जा सकते हैं। जिससे जिला अधिकारियों की दोनों की धड़कनें बढ़ने लगी है। इन अधिकारियों के लिए अब यह एक अनिश्चित समय है, और वे अपने-अपने तरीके से आने वाली चुनौतियों से निपटने की तैयारी कर रहे हैं। तबादले की संभावनाओं के बीच, अधिकारी अपनी पोजीशन को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।