नई दिल्ली : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कश्मीर फ्रंटियर के महानिरीक्षक अशोक यादव ने हाल ही में घाटी में हुए आतंकी हमलों को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां इस खतरे को गंभीरता से ले रही हैं और समन्वित प्रतिक्रिया तैयार करने के साथ ही खतरे का विश्लेषण किया जा रहा है। आईजी ने कहा कि बीएसएफ आतंकवादी खतरों से अवगत है और हमले बढ़ने के बाद स्थिति का मूल्यांकन कर उचित कदम उठाए जा रहे हैं। बीएसएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं ताकि घाटी में आतंकी गतिविधियों का सामना प्रभावी तरीके से किया जा सके। अशोक यादव ने यह भी बताया कि सेना के साथ मिलकर बीएसएफ ने एक मजबूत काउंटर घुसपैठ ग्रिड तैयार किया है। इसके माध्यम से घुसपैठ की हर कोशिश को नाकाम किया जा सकेगा। विशेष रूप से बर्फबारी से पहले कुछ घुसपैठ की घटनाओं की संभावना हो सकती है, लेकिन इसके लिए भी ठोस इंतजाम किए गए हैं।
629 नए बीएसएफ रंगरूटों की पासिंग आउट परेड के अवसर पर आईजी ने बताया कि इन नए जवानों को आधुनिक प्रशिक्षण दिया गया है। अब ये रंगरूट देश की विभिन्न सीमाओं पर तैनात किए जाएंगे, जहां वे राष्ट्रीय सुरक्षा में अहम योगदान देंगे। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों से सुरक्षा बलों की क्षमता में वृद्धि होती है और वे नए खतरों का सामना करने के लिए और अधिक सक्षम बनते हैं। आईजी ने जोर देकर कहा कि सुरक्षा बल पूरी तरह से सतर्क हैं और हर खतरे का जवाब देने के लिए तैयार हैं। सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय से घाटी में शांति और स्थिरता बनाए रखने के प्रयास जारी रहेंगे।