बिहार : बिहार के अररिया जिले के सिकटी प्रखंड में करोड़ों की लागत से बने पुल का उद्घाटन से पहले ही ध्वस्त हो जाना एक गंभीर घटना है। यह हादसा मंगलवार दोपहर करीब 2 बजकर 5 मिनट पर हुआ। 182 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण 2021 में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क निर्माण योजना के तहत शुरू हुआ था, जिसकी कुल लागत 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है। पुल का निर्माण केंद्र सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के अंतर्गत किया गया था, और इसका ठेका सिराजुर्रहमान को दिया गया था।ग्रामीणों का आरोप है कि पुल के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ था, जिसके कारण यह हादसा हुआ। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और लोगों ने पुल निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाया। पुल के स्लैब में दरारें पहले से दिख रही थीं, और मंगलवार को अचानक यह पुल ध्वस्त हो गया।
इस घटना के बाद अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह और सिकटी के भाजपा विधायक विजय कुमार मंडल ने संवेदक और विभागीय अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने पुल की पाइलिंग में गड़बड़ी की बात कही और गुणवत्ताविहीन काम करने का आरोप लगाया। सांसद ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और जिम्मेदार संवेदक और विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कही है।
यह घटना न केवल निर्माण कार्य में गुणवत्ता की कमी को उजागर करती है बल्कि प्रशासनिक और विभागीय लापरवाही का भी प्रतीक है। पुल के उद्घाटन से पहले ही ध्वस्त हो जाने से यह सवाल उठता है कि ऐसी परियोजनाओं की गुणवत्ता की निगरानी और जांच कैसे की जाती है। इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।