रांची : झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद भाजपा में असंतोष और दल बदल का दौर शुरू हो गया है। इसी क्रम में छह भाजपा नेताओं ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का दामन थाम लिया। मुख्यमंत्री आवास में एक सादे समारोह में इन नेताओं को झामुमो की सदस्यता दिलाई गई। इनमें प्रमुख नाम पूर्व मंत्री लुईस मरांडी, घाटशिला के पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी, सरायकेला से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी गणेश महली, पूर्वी सिंहभूम भाजपा जिलाध्यक्ष बारी मुर्मू, और भाजपा नेता बास्को बेसरा का है। इस मौके पर विधायक कल्पना सोरेन, पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय, और बहरागोड़ा विधायक समीर मोहंती उपस्थित थे। लुईस मरांडी ने भाजपा से त्यागपत्र देने के बाद अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा में अब दूसरे दलों से आए नेता हावी हो गए हैं, जिससे निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है। उन्होंने लिखा कि 24 साल भाजपा में बिताने के बावजूद, अब पार्टी में निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओं को दरकिनार करने की प्रवृत्ति बढ़ रही है।
मरांडी का नाम झामुमो की तरफ से जामा या दुमका विधानसभा सीट से उम्मीदवार के रूप में चर्चा में है। भाजपा द्वारा दुमका सीट से सुनील सोरेन को प्रत्याशी बनाए जाने से वह नाराज चल रही थीं। लुईस मरांडी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भाजपा से की थी और दुमका में भाजपा की उपस्थिति मजबूत की थी। लेकिन वर्तमान स्थिति से असंतुष्ट होकर उन्होंने पार्टी से अलग होने का निर्णय लिया।