सरायकेला (संजीव मेहता) : झारखंड राज्य को बांग्लादेशी घुसपैठियों से बचाकर आदिवासी परंपराओं को बचाना बड़ी चुनौती है. इस राज्य को व्यापक पैमाने पर आदिवासियों की हो रही धर्म परिवर्तन से आदिवासी समाज को खतरा है. हम इस दिशा में निरंतर काम कर रहे हैं. उक्त बातें रविवार को आदित्यपुर बस्ती के आदिवासी कल्याण समिति मैदान में आयोजित पारंपरिक मागे पर्व के मौके पर क्षेत्र के विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन ने मीडियाकर्मियों से कही.
उन्होंने समस्त आदिवासी समुदाय को इस पारंपरिक और खेती गृहस्थी से जुड़ी त्योहार मागे परब की शुभकामनाएं दी और उन्हें अपनी परंपराओं की रक्षा करने साथ ही सदैव जल जंगल जमीन से जुड़ी रहने की अपील की. इस मौके पर उनके साथ सामाजिक कार्यकर्ता बबलू सोरेन, रंजीत प्रधान, पितोवास प्रधान, परमेश्वर प्रधान, सचिन महतो, बुबाई शर्मा आदि मौजूद रहे.