लातेहार : लातेहार पुलिस ने पानीपत, नोएडा, गाजियाबाद चंडीगढ़ जैसे बड़े शहरों से 17 नाबालिक बच्चियों का रेस्क्यू किया है। जिन्हे रोजगार दिलाने के नाम पर दलालों ने बेचा था।ज्यादातर बच्चियाँ आदिम जनजाति परिवार की हैं। यह लातेहार के महुआडांड थाना क्षेत्र व उससे सटे छत्तीसगढ़ के सुदूर वर्ती इलाकों की रहने वाली हैँ।
पुलिस ने इस मामले में दो महिला समेत 7 मानव तस्करो को गिरफ्तार किया है ।गिरफ्तार लोगों में गोपीचंद महतो उर्फ़ गोपाल उर्फ गोपी (गुमला ), एनिमा नगेसिया (महुआडांड )शैलेन्द्र नागेसिया (महुआडांड ), मनोज प्रसाद उर्फ मनोज जायसवाल(महुआडांड ), सुनीता मुरमुरीन उर्फ सुनीता मुंडा(सिमडेगा ), संदीप बड़ाईक (महुआडांड )और बिकास नागेसिया ( चाईबासा )शामिल हैं। प्राप्त जानकारी एवं एसपी अंजनी अंजान के अनुसार, उन्हें प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से बेच दिया गया था। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिक लातेहार एवं महुआडांड थाना में मामला दर्ज होने के बाद उनके सकुशल बरामदगी के लिए एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी की टीम ने अलग-अलग शहरों में उन्हें रेस्क्यू किया।रेस्क्यू किए गए बच्चों की शिक्षा एवं पुनर्वास की व्यवस्था प्रशासन के द्वारा की जा रही है। बच्चों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। परिजन अपने बच्चों से मिलकर खुश नजर आए।