देवघर : पंडा धर्मरक्षिणी सभा के उपाध्यक्ष चंद्रशेखर खवाड़े ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर बाबा बैद्यनाथ मंदिर में सुलभ जलार्पण और पूजन व्यवस्था सुधारने के साथ वित्तीय अनियमितताओं को दूर करने की मांग की है। उन्होंने मंदिर प्रशासन द्वारा शीघ्र दर्शनम कूपन खरीदने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद स्वरूप पेड़ा और बेलपत्र देने की पहल की सराहना की, लेकिन साथ ही पिछली प्रसाद वितरण और लंगर योजना की असफलता का उल्लेख किया। खवाड़े ने कहा कि यह योजना कुव्यवस्था और वित्तीय अनियमितताओं के कारण बंद हुई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान मंदिर प्रभारी ने बिना विचार-विमर्श इस योजना का टेंडर जारी कर दिया, जबकि ऐसा निर्णय श्राइन बोर्ड के अनुमोदन के बिना संभव नहीं है। प्रभारी को वित्तीय अधिकार प्राप्त न होने के बावजूद टेंडर निकालने पर सवाल उठाए गए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि बेलपत्र और प्रसाद बेचने जैसी पहलें गरीब और मध्यम वर्गीय दुकानदारों को आर्थिक संकट में डाल सकती हैं। ऐसी योजनाओं से मंदिर प्रशासन और सरकार की छवि पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा। खवाड़े ने शीघ्र दर्शनम कूपन के माध्यम से दर्शन प्रक्रिया को सुगम बनाने पर जोर दिया, जिसे एक सकारात्मक कदम बताया। साथ ही, उन्होंने मंदिर में खराब पड़ी एलईडी स्क्रीन की मरम्मत की आवश्यकता पर भी ध्यान दिलाया। खवाड़े ने मंदिर प्रशासन से अपील की कि वे योजनाओं को लागू करने से पहले पूरी पारदर्शिता और उचित विचार-विमर्श सुनिश्चित करें।