सरायकेला : उद्घाटन जैन विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग द्वारा प्रोग्रेसिव इनोवेशन इन रिसर्च: आइडेंटीफायिंग नोवेल वर्टिकल्स विषय पर २३-२४ फ़रवरी को आयोजित होने वाले दो दिवसीय संगोष्ठी में फार्मेसी कॉउन्सिल ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष डॉ मोंटू एम पटेल मुख्य अतिथि और एग्जीक्यूटिव कमिटी के सदस्य धर्मेंद्र कुमार सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए । विषय प्रवेश करते हुए संगोष्ठी के कन्वेनर प्रो (डॉ) ज्योतिर्मय साहू ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए एक उपलब्धि है कि फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष ने संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। साथ ही उन्होंने बताया कि उक्त संगोष्ठी में फार्मेसी क्षेत्र के देश के नामचीन प्राध्यापक, शोधकर्ता व उद्योगपति अपने विचार रखेंगे और सम्मिलित होने वाले सभी को समृद्ध होने का अवसर देंगे। संगोष्ठी में डॉ दुलाल कृष्ण त्रिपाठी, डॉ पापिया मित्र मजूमदार, डॉ पिंटू दे, डॉ चित्त रंजन साहू, डॉ विश्वजीत मुख़र्जी, श्री जय गणेश आदि विद्वत एवं प्रबुद्ध व्यक्तित्व वक्ता के रूप में उपस्थित हुए । मंच पर कैंपस निदेशक प्रो (डॉ) अंगद तिवारी, संयुक्त कुलसचिव डॉ जसबीर सिंह धंजल ने भी अपने विचार रखे। कलसचिव डॉ अमित कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि अनुसंधान में प्रगतिशील नवाचार और नवीन कार्य क्षेत्रों की पहचान करने में यह संगोष्ठी एक मिल का पत्थर साबित होगी।
मुख्य अतिथि पीसीआई अध्यक्ष डॉ मंटू पटेल ने कहा कि फार्मेसी की दुनिया अब दवा का वितरण तक सीमित नहीं है बल्कि कॉस्मेटिक उद्योग में भी इसकी उपयोगिता सिद्ध हुई है। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्टों को नए उद्योग स्थापित करने के लिए भी आगे आना होगा और इनोवेशन के साथ उद्यमिता का मिश्रण कर नयी ऊंचाई को पायी जा सकती है। डॉ पटेल ने अरका जैन विश्वविद्यालय को नवाचार पर संगोष्ठी आयोजित करने के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि इन संगोष्ठियों और परिचर्चाओं से ही युवा फार्मासिस्टों को नवीनतम अकादमिक व औद्योगिक प्रवृत्तियों की जानकारी मिल सकती है। उन्होंने फार्मेसी के क्षेत्र में डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा देने की बात कही।
पीसीआई एग्जीक्यूटिव कमिटी के सदस्य धर्मेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पीसीआई फार्मेसी की पढ़ाई में गुणवत्ता का प्रतिमान बढ़ाने के लिए सतत प्रयत्नशील है। उद्घाटन सत्र के दौरान जान जातीय गौरव वर्ष अनुपालन के क्रम में झारखण्ड का मागे और पाइका नृत्य भी प्रस्तुत किया गया जिसे सभी ने सराहा। द्घाटन सत्र में में डॉ मनोज कुमार पाठक ने स्वागत भाषण दिया, डॉ राजकुमारी घोष ने धन्यवाद ज्ञापन किया। सञ्चालन बी फार्मा की छात्रा सृष्टि और सुनिधि ने किया।