सरायकेला खरसावां जिले के उत्पाद विभाग के जेल हाजत तोड़ अभियुक्त फरार हुए या कराए गए, यह राज्य के राजधानी में भी चर्चाओं का विषय बना हुआ है। दीपक यादव और राकेश कुमार दो आरोपी उत्पाद विभाग के हाजत से खिड़की का रॉड टेढा कर तोड़कर फरार हो गए हैं। जिसकी शक की सुई चर्चाओं के अनुसार विभाग और माफियाओं की मिली भगत की ओर हो रही है। पूरे मामले पर जानकारी के लिए उत्पाद कमिश्नर रांची से संपर्क कर जानने का प्रयास किया गया की , क्या उत्पाद विभाग के हाजत तोड़ अभियुक्त फरार हुए या कराए गए इसकी जांच होगी तो, कमिश्नर द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया।
समाचार लिखे जाने तक संपर्क नहीं हो पाया । सरायकेला उत्पाद विभाग के हाजत की खिड़की का रॉड टेढ़ा कर जमशेदपुर के भुइयांडीह निवासी दीपक यादव और राकेश कुमार 4 जनवरी की रात करीब 12.30 बजे फरार हो गए। तैनात हाजत पर सुरक्षाकर्मियों ने वरीय अधिकारियों को सुचना दी। लेकिन तब तक दोनों फरार हो चुके थे। उत्पाद विभाग सरायकेला-खरसावां जिले के नीमडीह प्रखंड के बाॅन्डीह में अवैध रुप से नकली अंग्रेजी शराब बनाने की फैक्ट्री में छापामारी की गई थी। जहां से 50 पेटी ब्लैक टाइगर, विस्की ब्रांड और मैक डावेल नंबर वन करीब 450 लीटर तैयार व नकली विदेशी शराब सहित भारी मात्रा में भिन्न-भिन्न ब्रांड के खाली बोतल, ढक्कन, लेबल, कॉर्क आदि बरामद और जब्त किया गया। जहां से दीपक यादव और राकेश कुमार की गिरफ्तारी हुई थी। गिरफ्तार दीपक यादव और राकेश कुमार को सरायकेला उत्पाद विभाग के हाजत में बंद कर रखा गया था। हाजत गार्ड अश्विनी प्रधान ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर हाजत में बंद किया गया था। रात करीब दस बजे तक सब कुछ ठीक-ठाक था। रात करीब साढ़े बारह बजे के आसपास हाजत का दरवाजा खोलकर देखा गया तो दोनों आरोपित खिड़की का रॉड टेढ़ा कर फरार हो चुके थे।
यह चर्चाओं का विषय बना हुआ है कि उत्पाद विभाग के हाजत तोड़कर अभियुक्त फरार हुए या कराए गए । कहीं विभाग और माफियाओं की मिलीभगत के परिणाम तो नहीं इसकी भी जोरो से चर्चाएं हो रही है। उत्पाद विभाग में कुछ माह पहले ही दो सब इंस्पेक्टर एक साथ प्रभार लिए थे। जिसमें एक सब इंस्पेक्टर त्रिपुरारी पर कार्रवाई हो गई है, और वह हेड क्वार्टर में है। वही सब इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार पदभार के कुछ दिनों के बाद ही विवादित और चर्चाओं में रह रहे हैं। वही पूरे मामले पर उत्पाद अधीक्षक सरायकेला खरसावां श्रीमती विमला लकड़ा ने कहा कि एफआईआर हो गई है। जांच हो रही है, कार्रवाई होगी। लेकिन अब कहां जाने लगा है कि जिले का उत्पाद विभाग अब भगवान भरोसे ही है।
वहीं पूरे मामले में जानकारी के लिए उत्पाद सचिव झारखंड से संपर्क करने का प्रयास किया गया। परंतु समाचार लिखे जाने तक संपर्क नहीं हो पाया है।