रांची : झारखंड में जीएसटी चोरी सरकार के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। बीते 15 दिनों में जीएसटी विभाग ने जमशेदपुर, धनबाद और रामगढ़ में 400 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी के मामले में छापेमारी की है।
*रामगढ़ कोयला सिंडिकेट में छापेमारी*
16 जनवरी को केंद्रीय जीएसटी निदेशालय की टीम ने रामगढ़ के साढ़ूबेरा और झरिया में छापा मारा। 100 करोड़ रुपये के इस घोटाले में मुख्य आरोपी संदीप कुमार उर्फ राहुल फरार हो गया। जांच में अब तक 10 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का पता चला है, लेकिन बड़े घोटाले के खुलासे की आशंका है।
**जमशेदपुर में 150 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा**
24 जनवरी को जमशेदपुर और आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में जीएसटी विभाग ने आठ प्रतिष्ठानों पर छापा मारा। इस दौरान 150 करोड़ रुपये के फर्जी बिलिंग रैकेट का पर्दाफाश हुआ। मुख्य आरोपी विकास जैसुका, उसका भाई राजेश जैसुका और सहयोगी गोलू इस घोटाले के मास्टरमाइंड बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में 30 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी सामने आई है।
**धनबाद में 100 करोड़ के कैश लेन-देन के दस्तावेज मिले**
31 जनवरी को धनबाद के विभिन्न इलाकों में छापेमारी के दौरान 150 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी से जुड़े सबूत मिले। मास्टरमाइंड सौरव सिंघल और शिवम सिंह फरार हो गए, लेकिन उनके घरों से नोट गिनने की मशीनें, लैपटॉप, मोबाइल और 100 करोड़ रुपये के कैश लेन-देन के कागजात बरामद हुए। इसके अलावा 25 फर्जी कंपनियों के इनवॉइस भी जब्त किए गए हैं।
जीएसटी लागू होने के आठ साल बाद भी बड़े पैमाने पर कर चोरी जारी है, जिससे सरकार को भारी नुकसान हो रहा है।