सरायकेला / (संजीव मेहता) : सिडबी ने मंगलवार को अपने उद्यमी संगठन एसिया को अपने सहयोगी पार्टनर बनाते हुए संगठन की कार्य क्षमता निर्माण कार्यक्रम हेतु चयन करते हुए एसिया के साथ आज एक एमओयू साईन किया। यह एमओयू एसिया भवन में आयोजित समारोह में हुआ। बता दें कि, एसिया झारखंड का सबसे पुराना तथा प्रमुख औद्योगिक संगठन है। जिसके साथ सिडबी एसिया के उद्यमियों को सहयोग करने के निश्चय के साथ संगठन की कार्य क्षमता निर्माण में आर्थिक सहयोग करेगी। समारोह में सिडबी के अधिकारियों ने भारत सरकार द्वारा एमएसएमई उद्योगों के लिए प्रदत्त ऋण की कैटेगरी की विस्तार से जानकारी दी। जिसमें उद्योग लगाने से लेकर उद्योग विस्तार तक में सिडबी के आर्थिक सहायता की स्कीमों की जानकारी दी। सिडबी के इस क़दम से एमएसएमई उद्योगों को उनसे आर्थिक सहयोग प्राप्त होगा। एमओयू के बारे में जानकारी देते हुए एसिया अध्यक्ष इंदर अग्रवाल ने बताया कि, एक समय था, कि अन्य बैंक बड़े उद्योगों को सहयोग कर रही थी तब लघु उद्यमी को आर्थिक सहायता के लिए सिडबी सामने आई। ऐसे में सिडबी एमएसएमई उद्योगों के साथ खड़ी हुई। आज सिडबी के साथ एसिया एमओयू करने जा रही है। जिसका निश्चित तौर पर एमएसएमई उद्यमियों को निकट भविष्य में लाभ पहुंचेगा। आज के इस कार्यक्रम में सिडबी की महाप्रबंधक अनुभा प्रसाद जो पटना क्षेत्रीय कार्यालय से पधारी थीं। उन्होंने अपने संबोधन में उद्यमियों से कहा कि सिडबी उनके साथ हमेशा खड़ी रहेगी।
उन्होंने सस्ते दरों पर भारत सरकार के द्वारा दी गई रियायतों के तहत 24 घंटे में ऋण उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया, कि आज सिडबी डिजिटल मॉड में काम कर रही है जिसका आपको लाभ मिलेगा। उन्होंने समारोह में महिला उद्यमी की अनुपलब्धता पर नाराजगी जताई। उनके साथ सिडबी के एजीएम जमशेदपुर से सुमिरन पाल राज मौजूद रहे। उन्होंने भी सिडबी के बारे में उद्यमियों को जागरूक किया। जबकि एसिया की ओर से अध्यक्ष इंदर अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजीव रंजन मुन्ना, संतोख सिंह, महासचिव प्रवीण गुटगुटिया, पूर्व अध्यक्ष संतोष खेतान, सचिव अशोक गुप्ता, सुधीर सिंह, कोषाध्यक्ष रतन अग्रवाल, वरिष्ठ उद्यमी चतुर्भुज केडिया, विनोद सिंह, दशरथ उपाध्याय, दीपक डोकानिया, रतन अग्रवाल, दीपक पंचमिया, ओपी चोपड़ा आदि मौजूद रहे।