रांची : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड के मुख्यमंत्री के निजी सचिव सुनील श्रीवास्तव से जुड़ी संपत्तियों की जांच शुरू की है। ईडी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) और सार्वजनिक धन शोधन अधिनियम (पीएमएलए) के तहत यह जांच कर रही है कि क्या सुनील श्रीवास्तव का दुबई स्थित व्यवसायी दिनेश मंडल की कंपनी के माध्यम से अवैध विदेशी मुद्रा स्थानांतरण से कोई संबंध है। ईडी यह भी देखेगी कि मंडल की कंपनी का श्रीवास्तव और अन्य से कोई संबंध है या नहीं। फेमा के तहत अवैध विदेशी मुद्रा की जांच के लिए किसी अपराध की एफआईआर की जरूरत नहीं होती है। इससे पहले, 9 नवंबर को आयकर विभाग ने रांची और जमशेदपुर में सुनील श्रीवास्तव, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता गणेश चौधरी और अन्य व्यापारियों के 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी। आयकर विभाग ने कर चोरी, पैसों के अवैध लेन-देन और अघोषित संपत्ति निवेश की सूचना पर कार्रवाई की थी। इस दौरान लगभग 50 लाख रुपए की नकदी और कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले, जिनसे पता चलता है कि सुनील श्रीवास्तव की पत्नी दस कंपनियों में निदेशक हैं। अन्य स्थानों पर भी अघोषित संपत्ति और निवेश के दस्तावेज पाए गए हैं। इसके साथ ही 20 बैंक लॉकरों की भी जानकारी मिली है।
आयकर विभाग की जांच में सुनील श्रीवास्तव के रिश्तेदारों के व्यवसायों का भी पता चला, जिनमें अंकुर नर्सरी और ग्लोबल डेवलपर के कार्यालय शामिल हैं। विभाग को सुनील और दिनेश मंडल के कारोबारी संबंधों के सबूत मिले हैं। आयकर विभाग ने जमशेदपुर में अंजनिया इस्पात लिमिटेड के निदेशक उदय सिंह और झामुमो नेता गणेश चौधरी के व्यवसायिक स्थानों पर भी छापेमारी की। गणेश चौधरी झारखंड मुक्ति मोर्चा की केंद्रीय कमेटी के सदस्य हैं और बड़ौदा कंस्ट्रक्शन और बड़ौदा ट्रांसपोर्ट नामक कंपनियाँ चलाते हैं। साथ ही, विभाग ने जमशेदपुर के व्यवसायी गोविंद पारिख के निवास और जेके ट्रेडर्स नामक व्यवसायिक प्रतिष्ठान पर भी कार्रवाई की है।