प्रतीक सिंह / नई दिल्ली : दिल्ली -एनसीआर में एक बड़ी ड्रग बरामदगी की घटना में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और दिल्ली पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन में 95 किलो एमडीएम ड्रग्स जब्त की हैं। यह ऑपरेशन गौतमबुद्ध नगर में चलाया गया था, जिसमें अधिकारियों ने ड्रग फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें एक जेल वार्डन और एक कारोबारी भी शामिल हैं। चार आरोपियों को तीन दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। एनसीबी के अनुसार, उन्हें दिल्ली-एनसीआर में ड्रग निर्माण से जुड़ी गतिविधियों की सूचना मिली थी। जांच के दौरान पता चला कि इस मामले में कुख्यात मैक्सिकन सीजेएनजी (कार्टेल डे जालिस्को न्यू जेनेरेशन) ड्रग कार्टेल के सदस्य शामिल थे। यह कार्टेल अपने क्रूर तरीकों के लिए जाना जाता है और इसके सदस्यों को ट्रेनिंग में इंसानों का मांस तक खिलाया जाता है।
दिलचस्प बात यह है कि गिरफ्तार कारोबारी पहले भी नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक सब्सटैंसेस एक्ट (एनडीपीएस) के तहत जेल जा चुका है। तिहाड़ जेल में अपने सजा के दौरान वह एक जेल वार्डन के संपर्क में आया, जो बाद में उसका साथी बन गया। दोनों ने मिलकर ड्रग्स निर्माण और सप्लाई की योजना बनाई थी। यह घटना भारत में ड्रग्स नेटवर्क और आपराधिक गतिविधियों की गंभीरता को उजागर करती है। एनसीबी और पुलिस की इस कार्रवाई से न केवल ड्रग्स माफिया पर नकेल कसने का प्रयास किया गया है, बल्कि जेल में हो रहे आपराधिक संपर्कों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया गया है।