जमशेदपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के मद्देनजर रेलवे के अधिकारियों ने लोको कॉलोनी से बस्ती जाने वाले मार्ग पर करीब 21 दुकानों को हटाने की कार्रवाई की। इस पर कोई विरोध नहीं हुआ, लेकिन अचानक रेलवे ने वहां स्थित लगभग 25 मकानों को भी हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। जब स्थानीय निवासियों ने अधिकारियों से पूछा कि बिना नोटिस के उनके घर कैसे हटाए जा रहे हैं, तो 11 सितंबर को उन्हें नोटिस दिया गया कि 12 सितंबर को उनके मकान गिरा दिए जाएंगे।
इस त्वरित कार्रवाई से स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश फैल गया। घबराए हुए लोग तत्काल पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के पास पहुंचे और अपनी समस्या बताई। इसके बाद अर्जुन मुंडा सीधे लोको कॉलोनी पहुंचे और वहां के निवासियों से बातचीत की। उन्होंने स्थिति की जानकारी ली और तुरंत डीआरएम सहित रेलवे अधिकारियों से चर्चा की। मुंडा ने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री के आगमन से पहले लोगों को बेवजह उजाड़ना अनुचित है। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई का न तो प्रधानमंत्री की यात्रा से कोई संबंध है और न ही इसका कोई औचित्य है, फिर भी यह किया जा रहा है जो कि गलत है।
रेलवे अधिकारियों से बातचीत के बाद इस कार्रवाई को फिलहाल रोक दिया गया। अर्जुन मुंडा ने इसे अनुचित और गैर-जरूरी कदम बताते हुए कहा कि यह केवल लोगों को बदनाम करने और असुविधा में डालने की साजिश हो सकती है। उन्होंने निवासियों को आश्वासन दिया कि उनके हितों की रक्षा की जाएगी और इस मुद्दे को सुलझाने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।