रांची: सेवानिवृत्ति श्रम अधीक्षक सरायकेला खरसावां और धनबाद एएलसी राकेश कुमार सिंह सड़क दुर्घटना में, उस वक्त, बाल बाल बच गए, जब वे दिन के 1 बजे टाटा से मुजफ्फरपुर अपनी निजी गाड़ी मारुति रिट्ज से जा रहे थे। बातचीत के क्रम में theराष्ट्रीय न्यूज़ को राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि गाड़ी में आगे, मैं और ड्राइवर थे, और पीछे की सीट पर अंशु बैठी थी। कोडरमा घाटी में बिहार सीमा के पास देहूरी गांव के पास जो झारखंड क्षेत्र में है,
एक ब्लाइंड मोड़ पर बिहार शरीफ से हजारीबाग जाने वाली बस विष्णु रथ ने एक ट्रक को गलत साइड से ओवरटेक करते हुए सीधी टक्कर मेरी गाड़ी में मार दी। सीधी टक्कर से मेरी गाड़ी चूर चूर हो गई। सौभाग्य से हम लोग मरने से बच गए। हाईवे पेट्रोलिंग पुलिस ने हम लोगों को गाड़ी से बाहर निकाला। हमे तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि हम लोग जिंदा बच गए।
मेरे कुल देवी देवताओं का आशीर्वाद रहा कि हम बाल बाल बच गए। क्योंकि मैं घर कुलदेवी के पूजा करने के लिए ही जमशेदपुर से घर जा रहा था, और कुलदेवी देवताओं ने मुझे साक्षात खड़ा होकर मौत के मुंह से बचा लिया। कोडरमा से मारुति कंपनी के हिमांशु एवम् उनके सहयोगियों ने हमारी मदद की और हमे सुरक्षित मुजफ्फरपुर भेजवाया।