सरायकेला (संजीव मेहता) : युवा संगठन केन्द्रीय समिति ने जियाडा की अतिक्रमण हटाओ अभियान पर सवाल खड़े किए हैं. समिति ने कहा कि जिस गरीब फुटपाथी दुकानदारों और ठेले खोमचों वालों उजाड़ने का काम किए हैं उसे पुनर्वासित करे. युवा समिति की एक बैठक शनिवार को आदित्यपुर में साप हांसदा और रविंद्र बास्के की अध्यक्षता में हुई है. जिसमें जियाडा द्वारा औद्योगिक क्षेत्र में अवैध तरीके से रोजगार कर रहे गरीब दुकानदारों को भेद-भाव पूर्ण तरीक़े से हटाया गया. गरीब दुकानदार अस्थायी संरचना जिसमें झोपडी होटल, ठेला व अन्य संरचना कर रोजगार कर रहे थे जिसे बिना कोई लिखित नोटिस के जबरन तोड़ दिया गया. जिसका युवा संगठन पुरजोर विरोध करता है.
जियाडा द्वारा सम्पूर्ण क्षेत्र में 1000 से अधिक उद्योगों को उद्योग लगाने हेतु जमीन आवंटन किया गया है. आज भी 200 से अधिक कंपनियां हजारों एकड भूमि आवंटित कराकर उद्योग लगाई लेकिन चालू नहीं हुई है. जियाडा इन बंद कम्पनियों का आवंटन रद्द नहीं कर रही है. इससे स्पष्ट होता है कि गरीबों पर भेदभावपूर्ण कानूनी कार्रवाई की जा रही है और बंद पडी कंपनियों पर कोई कानूनी कार्रवाई नही की जा रही है. युवा संगठन शीघ्र जियाडा के क्षेत्रीय निदेशक ओर डीसी को ज्ञापन सौंप अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर अविलंब रोक लगाने की मांग करेगा. बैठक में विक्रम किस्कू, राजाराम महतो, राजू सिद्ध, दीपक महतो, अनिल सोरेन, बबलू प्रधान, मनोज गुप्ता आदि शामिल थे.