सरायकेला : युवा जनशक्ति मोर्चा से किये वायदे अब पूरा करेंगे चम्पई सोरेन, यही अपेक्षा रखता हूं. उक्त बातें मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष अभय झा ने कही. उन्होंने कहा कि यहां की जनता के लिए जिस वादे के साथ चम्पई सोरेन ने जीत हासिल किया है उसको पूरा करेंगे. खासकर आदित्यपुर निगम क्षेत्र की विकास की अपेक्षा युवा जनशक्ति मोर्चा रखती है. खासकर स्वास्थकेंद्र, ड्रग्स माफिया पर लगाम लगाने के साथ अन्य बहुत सारी मुद्दे हैं जिसपर लगाम लगाने की जरूरत है. इन्हीं मुद्दों पर मोर्चा ने समर्थन भी किया है. यहां 1932 का खतियान को लेकर राज्य में अशांति का माहौल बनने का खतरा है. इसपर अमल करने की जरूरत है न की जनता को बरगलाने की. दरअसल, झारखंड के कुछ जिलों में 1933 में अंतिम बार सर्वे सेटलमेंट शुरू हुआ और 1935 में पूरा हुआ है. कुछ जिलों में 1938 में सर्वे सेटलमेंट पूरा हुआ. कुछ जिलों में 1955 में. जानने वाली बात है कि रांची, खूंटी, सिमडेगा और गुमला में 1975 में सर्वे सेटलमेंट की प्रक्रिया शुरू हुई लेकिन अभी तक पूरी नहीं हुई है।
धनबाद और बोकारो जिले में 1981 में सर्वे शुरू हुई लेकिन पूरा नहीं हुआ. पलामू, गढ़वा, साहिबगंज, दुमका, पाकुड़, गोड्डा, देवघर और जामताड़ा में 1976-77 में सर्वे का काम शुरू हुआ लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ. ऐसे में बड़ा सवाल है कि यहां रहने वाले नागरिकों का क्या होगा. झारखंडियों की हित के लिए सबसे पहले सीएनटी एक्ट में संशोधन होनी चाहिए. जनता को स्वावलंबी बनाने के लिए मॉरगेज लोन मुहैया कराई जाय न कि पांच किलो चावल देकर उसे बेकार बनाया जाय. युवा जनशक्ति मोर्चा यह मांग करती है कि राज्य की सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा स्वास्थ और रोजगार सृजन बहुत जरूरी है, इसपर अमल करने की जरूरत है।