नई दिल्ली : दिल्ली से वंदे भारत ट्रेन में यात्रा कर रहे एक यात्री मुरुगन को सांभर में तीन कीड़े मिलने की घटना ने रेलवे में खाने की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना तिरुनेलवेली और चेन्नई के बीच हुई, जहां मुरुगन ने फूड प्रोवाइडर से शिकायत की। आरोप है कि फूड प्रोवाइडर ने दो कीड़े अपने हाथों से निकालने की कोशिश की और तीसरा कीड़ा मुरुगन ने खुद हटाया। शिकायत पर फूड प्रोवाइडर ने इसे कीड़ा न मानकर “जीरा” कहकर मामला रफा-दफा करने की कोशिश की। मुरुगन ने इस घटना को रिकॉर्ड किया और खाना वापस कर दिया। उनके आसपास के यात्रियों ने भी यह भोजन खाने से इनकार कर दिया। मुरुगन ने कहा कि बच्चों को ऐसा दूषित खाना देने से फूड पॉइज़निंग हो सकती है। उन्होंने इडली पर रंग के निशान होने की बात भी कही। घटना के बाद दक्षिण रेलवे ने मामले का संज्ञान लिया और पुष्टि की कि भोजन में कीड़ा पाया गया।
रेलवे के अनुसार, कीड़ा कैसरोल के ढक्कन पर चिपका था और खाना पकने के बाद वहां पहुंचा होगा। जांच के लिए दूषित खाना डिंडीगुल में हेल्थ इंस्पेक्टर को सौंपा गया। शुरुआती जांच में कोई अन्य अनियमितता नहीं पाई गई, और मिनी पैंट्री को स्वच्छ घोषित किया गया। हालांकि, रेलवे ने इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए संबंधित कॉन्ट्रैक्टर पर ₹ 50,000 का जुर्माना लगाया है और आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस घटना ने ट्रेनों में परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर कड़ी निगरानी की आवश्यकता को रेखांकित किया है।