जमशेदपुर: मरीन ड्राइव कचरा डंपिंग यार्ड से अब तक कचरा निस्तारण का काम शुरू नहीं हो सका है।ठेका कंपनी गुरु रामदास कंपनी को जेएनएसी ने डंपिंग यार्ड में जमा लगभग 50000 टन कचरे का छह माह में निपटारा करने का काम सौपा है। लेकिन दो माह बाद भी कंपनी कचरा निस्तारण का काम शुरू नहीं कर सकी।अभी कंपनी को दो नई मशीन लगानी है जिसके बाद कचरा निपटान का काम शुरू होगा।कचरा डंपिंग साइड पर एक वेट मशीन इंस्टॉल होगी इसके बाद काम चालू होगा। यह मशीन दो दिनों में इंस्टॉल किए जाने की संभावना है।एक बड़े आकार का ट्रॉमेल मशीन भी इंस्टॉल होगी।जिसकी क्षमता प्रति घंटे लगभग 50 टन कचरा निस्तारण करने का होगा। सूत्रों के अनुसार जेएनएसी के डंपिंग साइड पर जल्द काम शुरू किया जाएगा।दो मशीन लगाई जाएगी।
प्लास्टिक व भवन निर्माण सामग्रियों के कचरे को अलग कर किया जाएगा। उनका रीसाइकलिंग भी होगा। सोनारी के केएस उपाध्याय ने मरीन ड्राइव में कचरा डंपिंग करने की शिकायत एनजीटी के कोलकाता ब्रांच में की थी।शिकायतकर्ता ने प्रदूषण फैलाने से नदियों को नुकसान होने की बात कही थी। इस पर एनजीटी ने उपायुक्त टाटा स्टील यूआईएसएल जेएनएसी व मानगो नगर निगम समिति केंद्रीय झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पदाधिकारी को नोटिस जारी किया था।एनजीटी के मामले में उपायुक्त सभी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी । इसके बाद कचरा मुक्त करने के लिए डीपीआर बनाएं जो एनजीटी को सौपा गया।जीएनएसी ने कचरा मुक्त करने के लिए टेंडर निकला है।