मुंबई : गजीब कुदरत का करिश्मा है, दिल के दौरा पडने के बाद भी स्टीयरिंग पकड़े रखना और 40 छात्र-छात्राओं का जान बचा लेना, यह कुदरत का ही वाकई करिश्मा है। कहा गया है, जिसको राखे साइयां मार सके ना कोय। यह कहावत इस घटना को शत प्रतिशत चरितार्थ कर रही है। स्कूल बस चालक को अचानक दिल का दौरा पड़ गया। लेकिन, चालक ने बस में यात्रा कर रहे 40 बच्चों का बचा लिया। घटना बुधवार का है। बस आंध्र प्रदेश के बापटला जिले में छात्रों को ले जा रही थी। तभी 53 वर्षीय गुर्राला
एडुकोंडालू बस को मायलावरम, उप्पलापाडु और वेम्पारा गांवों से होते हुए अडांकी शहर में एक निजी स्कूल ले जा रहा था। तभी रास्ते में अचानक चालक को हार्ट अटैक आ गया । इस पूरे मामले मे पुलिस के मुताबिक, उप्पलपाडु से आगे बढ़ने के बाद बस ड्राइवर को दिल का दौरा पड़ा। लेकिन, बेहोश होने से पहले, कुछ ही सेकंड में चालक ने बस को रोक दिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। स्थानीय लोगों ने बस चालक को तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। छात्रों को उसी बस से दूसरे ड्राइवर द्वारा स्कूल ले जाया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। चालक ने हार्ट अटैक और बेहोश होने के बाद भी स्टेरिंग पकड़े रखा और गाड़ी को रोक कर 40 बच्चों की जान बचा ली। लेकिन चालक की जान नहीं बच पाई।