रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जमशेदपुर में बढ़ते वायु प्रदूषण पर गंभीरता दिखाई है। उन्होंने इस मामले में जमशेदपुर के उपायुक्त को संज्ञान लेने और उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने यह कदम पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट के बाद उठाया है। कुणाल षाड़ंगी ने अपने पोस्ट में जमशेदपुर में वायु प्रदूषण से संबंधित आंकड़े साझा किए और बताया कि शहर में वायु गुणवत्ता की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण की भयावहता के बावजूद टाटा कंपनी या टाटा स्टील ने शहर में जनता की जानकारी के लिए कोई डिस्प्ले बोर्ड नहीं लगाया है। जिससे वायु गुणवत्ता के स्तर की जानकारी मिल सके। उन्होंने आशंका जताई कि इसके पीछे वास्तविकता छुपाने या डर का कारण हो सकता है।
जमशेदपुर, जो झारखंड का एक प्रमुख औद्योगिक शहर है, में वायु प्रदूषण लंबे समय से चिंता का विषय बना हुआ है। भारी उद्योगों और वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण हवा में हानिकारक तत्वों की मात्रा बढ़ गई है। स्थानीय लोगों को सांस लेने में तकलीफ, फेफड़ों से संबंधित बीमारियां और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने के बाद अब प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वह जल्द से जल्द इस पर उचित कदम उठाए। वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए उद्योगों पर सख्त नियम लागू करना, प्रदूषण मापने वाले डिस्प्ले बोर्ड लगाना और आम जनता को जागरूक करना आवश्यक होगा। यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो जमशेदपुर की हवा और अधिक जहरीली हो सकती है, जिससे जनस्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है।