जमशेदपुर : रविवार को जमशेदपुर के 300 से ज्यादा दुर्गा पूजा कमेटी के द्वारा मूर्ति विसर्जन किया गया।दोपहर बाद से ही गाजे बाजे के साथ जुलूस मूर्तियों को लेकर नदी घाटों की ओर रवाना हुए। टेल्को बारीडीह,सिदगोड़ा,एग्रीको की मूर्तियां भूइंयादीह घाट की और रूक किए,तो बर्मामाइंस ट्यूलाडूंगरी क्षेत्र की मूर्तियां साकची साकची स्वर्णरेखा घाट और बिष्टुपुर कदमा सोनारी की मूर्तियां बोधनवाला घाट खरकई नदी में विसर्जित की गई।इधर शहर के जिन-जिन रास्तों से विसर्जन जुलूस निकाला गया उन क्षेत्रों के सड़क किनारों में मां दुर्गा के दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी, वहीं प्रशासन भी शांतिपूर्ण विसर्जन संपन्न कराने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद रही इस वर्ष 7:00 बजे से पूर्व ही काफी संख्या में मूर्तियां विसर्जित की जा चुकी थी वही सभी कमेटिया विसर्जन को लेकर अपनी अपनी तरह से तैयारी किए गए थे।न्यू सिदगोड़ा दुर्गा एवम काली पूजा समिति की ओर से आकर्षक बाजे का इंतजाम किया गया था जिसे देखने के लिए कमेटी के सदस्यों के अलावा क्षेत्र के काफी संख्या में लोग इस अनोखे बाजे की ताल को देखने के लिए पहुंचे, नहीं किसी किसी कमेटी में महिलाओं की भागीदारी काफी ज्यादा देखी गई जिसमे ये महिलाएं पूरे उल्लास के साथ नृत्य करते हुए नदी घाट में विदाई दी इस मौके पर सांसद विद्युत महतो, न्यू सिद्धगोरा दुर्गा एवम काली पूजा कमेटी के संरक्षक विक्रम शर्मा और मुख्य संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने दशहरा की बधाई दी सांसद ने लोगों से कहा कि जिस तरह से शांति और सद्भावना के साथ पूजा को संपन्न कराने में शामिल हुए उन्हें दशहरा की हार्दिक बधाई, वही विक्रम शर्मा ने कहा कि प्रशासन के द्वारा काफी बेहतर इंतजाम किया गया था।
साथ ही शहर के लोग और युवा भी जागरूक हुए यही वजह है कि इस वर्ष इन नौ दिनों की पूजा में जमशेदपुर में रैश ड्राइव को लेकर कोई भी हादसे का शिकार नहीं हुए जो मां दुर्गा की आशीर्वाद और कृपा सब पर बनी रही, वहीं चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि माता रानी से कामना करते हैं कि आज के जो युवा भटके राह पर चल रहे हैं उन्हें सद्बुद्धि दे उन्हें शक्ति प्रदान करें ताकि वह भटके हुए राह से वापस आ जाए जिससे देश और समाज, विकास की राह पर अग्रसर बने,बहरहाल सभी पूजा कमेटी के द्वारा हंसी-खुशी और हर्षोल्लास के साथ मां को विदाई देकर अगले वर्ष सुख शांति की कृपा बनाते हुए फिर से पधारने कामना की।