प्रतीक सिंह नई दिल्ली : देश में लोकसभा का चुनाव बहुत ही करीब है ,और इस घड़ी में लोकसभा चुनाव को लेकर जहां सारे तैयारी चल रही है। वहीं चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले से चुनाव आयुक्त अरुण गोयल का इस्तीफा राजनीतिक एवं प्रशासनिक गलियारों में चर्चाओं का विषय बना हुआ है। लोकसभा चुनाव के ठीक पहले चुनाव आयुक्त का इस्तीफा होना, कई तरह के क्यास लगाई जा रहे हैं।
जब कि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने में अब कुछ दिन ही रह गए हैं। लेकिन उससे पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने अपने पद से इस्तीफा दे देकर समसानी फैला दिया है। कानून मंत्रालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन में इस बात की जानकारी दी गई कि राष्ट्रपति ने चुनाव आयुक्त अरुण गोयल का इस्तीफा मंजूर कर लिया है, यह 9 मार्च से ही प्रभावी हो गया है। जानकारी के अनुसार जब की उनका कार्यकाल 2027 तक था। चुनाव आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त के अलावा दो चुनाव आयुक्त होते हैं। एक चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे पिछले महीने रिटायर हो गए है। अभी उनके जगह पर नई नियुक्ति भी नहीं पाई है और इधर अरुण गोयल ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अरुण गोयल के इस्तीफे से केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ही बचे हैं।बताया जा रहा है कि चुनावी तैयारियों के लिए कई राज्यों के दौरे पर अरुण गोयल मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ थे। लेकिन अब अचानक उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफे की फिलहाल कोई वजह नहीं बताई है।जिसको लेकर राजनीतिक एवं प्रशासनिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है।अरुण गोयल ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के पंजाब कैडर के 1985-बैच के आईएएस अधिकारी है। वह नवंबर 2022 में निर्वाचन आयोग में शामिल हुए थे।