सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिले के रापचा फुटबॉल मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” के तहत कोल्हान प्रमंडल की लाखों महिलाओं को सम्मान राशि का हस्तांतरण किया। इस योजना का उद्देश्य झारखंड की महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ाना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य की लगभग 48 लाख महिलाओं को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है, और आने वाले समय में 21 वर्ष से ऊपर की सभी महिलाएं इस योजना का लाभ प्राप्त करेंगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आदिवासी और मूलवासी समुदायों के सर्वांगीण विकास की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य के आदिवासी-मूलवासी युवाओं को बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसके परिणामस्वरूप अब अधिक से अधिक आदिवासी युवा उच्च पदों पर पहुंच रहे हैं। साथ ही, झारखंड में स्थानीय लोगों को 75% नौकरियों में प्राथमिकता देने का कानून बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि गरीब परिवारों के पुराने बिजली बिल माफ किए जाएंगे और राज्य में 200 यूनिट बिजली मुफ्त प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, किसानों के लिए दो लाख रुपए तक के ऋण माफी की योजना को भी लागू किया गया है। उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन स्तर बेहतर हो सके। मुख्यमंत्री ने “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” अभियान के तहत सुदूर क्षेत्रों में भी सरकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करने का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि झारखंड देश का पहला राज्य है जिसने सर्वजन पेंशन योजना लागू की है और वृद्धा पेंशन की उम्र सीमा को 50 वर्ष कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी के दौरान राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि झारखंड ने बेहतर मैनेजमेंट का उदाहरण पेश किया और प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित घर लाने का कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया। इस अवसर पर कई मंत्री, विधायक, और अधिकारी भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस कार्यक्रम में भाग लिया और मुख्यमंत्री के साथ राज्य के विकास और जनहित योजनाओं पर चर्चा की।