जमशेदपुर: भारत के सबसे पहले स्टील उत्पादन की कंपनी टाटा स्टील के संस्थापक जमशेदजी नौसरवांनजी टाटा के 186 वीं जयंती को लेकर टाटा स्टील की ओर से जमशेदपुर को दुल्हन की तरह सजाने की प्रक्रिया अंतिम दौर पर है। बता दे की संस्थापक का जन्म 1839 हुआ था उनकी ही दूरदृष्टि थी की वे स्टील उत्पादन को लेकर वर्तमान झारखंड के जमशेदपुर को चुना,और कंपनी विश्व में निरंतर अपनी परचम लहरा रही है। लेकिन इस दिवस को लेकर जमशेदपुर ही नहीं देश और विदेश के लोग भी इस संस्थापक दिवस का इंतजार करते हैं।
कारण यह है कि वर्षों पूर्व सिर्फ कंपनी के द्वारा स्थापित मनोरम स्थल जुबली पार्क को ही विद्युत सज्जा से सजाया जाता था, लेकिन अब जुबली पार्क ही नहीं पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है, जिसे लाखों लोग इसका दीदार करते हैं। इसी क्रम में यह विद्युत सजा अंतिम चरण में है। बावजूद शहर के विभिन्न गोलचक्करो में जिस तरह से विद्युत सजा की गई है, इसे लेकर शहर वासियों को थर्ड मार्च से पूर्व एक से एक बढ़कर रंग-बिरंगे जगमगाते छोटी-छोटी बल्बों से बने लोमहर्षक आकृति उस क्षेत्र से गुजरने वालों को कुछ देर देखने के लिए मजबूर कर रही है।
वहीं क्षेत्र का दुकानदारों में भी उत्साह का माहौल है उनका मानना है कि जमशेदपुर शहर ही नहीं देश के कोने-कोने में रहने वाले लोग भी थर्ड मार्च के विद्युत साज देखने के लिए बेसर्बी से इंतजार करते हैं और दुकानदारों के लिए साल भर का कमाई का एक जरिया है, इसे बोनस के तौर पर सभी दुकानदार देखते हैं। इस तरह का स्थापना दिवस देश के किसी भी हिस्से में नहीं आयोजित की जाती है यह हमारे शहर के लिए तीन दिनों का गौरव का क्षण होता है।